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उड़ान भरने को तैयार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, रेवेन्यू बढ़ाने को लेकर बना रही रणनीति

हवाई अड्डे का विकास कार्य तय समय के अनुसार चल रहा है। साथ ही इसको स्वीकृत बजट के अंदर 2024 के अंत तक तैयार कर दिया जाएगा

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अनीश फडणीस
Last Updated- December 28, 2022 | 3:44 PM IST

उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जेवर क्षेत्र में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) को बेहतर तालमेल के साथ चलाने, रेवेन्यू अर्जित करने और यात्री शुल्क कम करने को लेकर एक व्यापार रणनीति तैयार की जा रही है।

 परियोजना के शीर्ष अधिकारी के मुताबिक, हवाई अड्डे का विकास कार्य तय समय के अनुसार चल रहा है। साथ ही इसको स्वीकृत बजट के अंदर 2024 के अंत तक तैयार कर दिया जाएगा। जबकि रोजेट होटल्स एंड रिसॉर्ट्स को नवंबर के अंत में 220 कमरों की प्रॉपर्टी बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था, मल्टी-मोडल कार्गो हब और इंटीग्रेटेड किचन के लिए बोलियों को जल्द ही पूरा किया जाएगा। वहीं, स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी (ZIA) ने एयरपोर्ट के डिजाइन, निर्माण और 40 साल तक ऑपरेशन का ठेका हासिल किया है। 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन (Christoph Schnellmann) ने कहा, ‘हम प्रमुख सेवाओं को ऑपरेट करने के लिए मजबूत और अनुभवी पार्टनर की खोज कर रहे हैं।’ Schnellmann ज्यूरिख हवाई अड्डे के नॉमिनी है, जो नोएडा हवाई अड्डे का विकास कर रहे हैं। 

NIA उत्तर प्रदेश सरकार की एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी की परियोजना है। इसकी कार्यान्वयन एजेंसी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) है। यह जेडआईएए (ZIA) की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन 2024 के अंत तक शुरू हो सकता है। एयरपोर्ट के ऑपरेटर ने इंटीग्रेटेड किचन फैसिलिटी के लिए आठ एकड़ जमीन आवंटित की है जो एयरलाइन और गैर-एयरलाइन ग्राहकों को सर्व करेगी।

Schnellmann का मानना है कि एक ही साइट पर इंटीग्रेटेड फ्लाइट और सेंट्रल किचन के होने से खाना बनाने के मामले में तालमेल आ सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि शुरुआती महीनों में एयरपोर्ट बड़े पैमाने पर घरेलू यातायात की जरूरतों को पूरा करेगा। उस समय एयरलाइन्स के लिए भोजन का उत्पादन सीमित होगा और इस सुविधा का उपयोग गैर-एयरलाइन ग्राहकों जैसे होटल के लिए ही किया जा सकेगा।’

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2021 में जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव रखी थी। इस एयरपोर्ट पर 5 रनवे बनाने का प्लान है। फेज-1 के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन पर दो रनवे का निर्माण कार्य 4 भागों में चल रहा है। एक रनवे का निर्माण कार्य 2024 में पूरा होने की उम्मीद है। इस पर करीब 5,700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, NIA के चालू होने के बाद शुरुआती दौर में सालाना लगभग एक करोड़ 20 लाख यात्री सफर करेंगे। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर दूसरे चरण में एक और रनवे का निर्माण होगा। बाकी दो और रनवे का निर्माण अगले चरणों में होगा। चारों रनवे का निर्माण पूरा होने पर एयरपोर्ट से सालाना करीब सात करोड़ यात्री ट्रैवल करेंगे।

First Published : December 28, 2022 | 3:44 PM IST