मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र (rain in Maharashtra) में हो रही लगातार भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। पटरियों में पानी भर जाने के कारण लोकल ट्रेन सेवा बाधित हुई तो नदियों में उफान के चलते कई मार्गों पर रेल सेवाएं रोक दी गई।
सड़कों पर जलजमाव से यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित हुई। घऱों से काम पर निकले हजारों लोग रास्ते पर फंस गए। एहतियात के तौर पर कई इलाकों में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
मुंबई से सटे ठाणे जिले में भारी बारिश के चलते कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रैक बदलने वाला प्वॉइंट खराब हो गया, जिससे बुधवार दोपहर इस मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। कुछ मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को दिवा-पनवेल-कर्जत मार्ग और दौंड-मनमाड मार्ग पर भेज दिया है, इसके अलावा मुंबई और पुणे के बीच कुछ ट्रेन की यात्रा बीच में ही समाप्त कर दी गई है।
ठाणे में अंबरनाथ और बदलापुर स्टेशनों के बीच रेल पटरियां पूरी तरह जलमग्न
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने बताया कि दोपहर करीब दो बजकर 40 मिनट पर प्वाइंट फेल होने से कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। ठाणे में अंबरनाथ और बदलापुर स्टेशनों के बीच रेल पटरियां पूरी तरह जलमग्न हो गई, जिससे कल्याण और खोपोली (रायगढ़ में) के बीच उपनगरीय सेवाएं सुबह 11 बजे से प्रभावित हैं।
मानसपुरे ने कहा कि कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रेनें नहीं चल रही हैं। जलजमाव के कारण बदलापुर-अंबरनाथ मार्ग ट्रेनों के लिए सुबह 11 बजकर पांच मिनट से बंद है।
वशिष्ठी नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पार
राज्य में हो रही लगातार बारिश के कारण बुधवार दोपहर को वशिष्ठी नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया जिसके कारण रत्नागिरी जिले के चिपलून में कई ट्रेन रोक दी गईं, जिससे कोंकण रेलवे की ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई।
कोंकण रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एल के वर्मा ने कहा कि नदी का जल स्तर रेलवे पुल पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, और इसके चलते एहतियाती उपाय के तौर पर ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया है। कोचुवेली-इंदौर एक्सप्रेस को चिपलून स्टेशन पर रोक दिया गया है । वशिष्ठी रेलवे पुल पर कोई ट्रेन नहीं फंसी है।
ठाणे और पालघर जिले के कई इलाकों में पानी भरा
ठाणे और पालघर जिले के कई इलाकों में पानी भर गया। जिला सूचना अधिकारी नंदकुमार वाघमारे ने कहा कि ठाणे के बदलापुर कस्बे के सोनीवली और हेंद्रपाड़ा से करीब 200 परिवारों को इन इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ के बाद सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। कल्याण तालुका के मौर्या नगर से करीब 60 परिवारों एवं ठाणे के अंबरनाथ इलाके में एक वृद्धाश्रम में रहने वाले कुछ बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पालघर के जिलाधिकारी गोविंद बोदके ने बुधवार को वसई, पालघर, दहानू और तलासरी तालुकाओं में भारी बारिश के कारण शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ में से छह जिलों में भारी बारिश की खबर है। अधिकारियों के मुताबिक औरंगाबाद और लातूर जिलों में हल्की बारिश हो रही है जबकि दूसरे इलाकों में बारिश चुनौती बनती जा रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र ने मंगलवार को ही मुबईकरों को सावधान करते हुए जानकारी दी थी कि बुधवार को शहर और उपनगरों में भारी बारिश और कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना का अनुमान है।