Mumbai Boat Accident: मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक एक नौका (फेरी बोट) पलट गई। नाव में कुल 85 लोग सवार थे। इसमें पांच क्रू मेंबर शामिल थे। मुंबई पुलिस और भारतीय नौसेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में 75 लोगों को निकाला है। इसमें दो यात्रियों की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। आधिकारिक बयान के अनुसार पांच यात्री अभी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हादसे के समय नीलकमल नामक इस नौका पर 80 यात्री और चालक दल के पांच सदस्य सवार थे। नौका मुंबई के नजदीक स्थित लोकप्रिय पर्यटन स्थल एलीफेंटा द्वीप जा रही थी तभी शाम करीब चार बजे एक स्पीड बोट उससे टकरा गई। घटना का कथित वीडियो प्रसारित हुआ है।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि नौसेना और तटरक्षक बल ने घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया है। बचाव अभियान में नौसेना की 11 नाव, समुद्री पुलिस की तीन नाव और तटरक्षक बल की एक नाव इस्तेमाल की जा रही हैं। खोज एवं बचाव अभियान के लिए चार हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। पुलिस, जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण के कर्मचारी और क्षेत्र के मछुआरे भी राहत एवं बचाव कार्य में शामिल हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में राज्य विधानसभा को सूचित किया कि हादसे के बाद से लापता सात से आठ यात्रियों की तलाश की जारी है। उन्होंने बताया कि स्पीड बोट ने नियंत्रण खो दिया और नौका से टकरा गई, बताया जा रहा है कि उक्त स्पीड बोट नौसेना या तटरक्षक बल का है।
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मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सूचना मिली कि एलीफेंटा जा रही फेरी बोट दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई। हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। सौभाग्य से अधिकांश नागरिकों को बचा लिया गया है। तो वहीं दूसरी ओर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एलीफेंटा नाव हादसे पर मुंबई शहर, रायगढ़ के जिला कलेक्टर से बचाव अभियान की जानकारी ली। शिंदे ने बताया कि रायगढ़ जिला कलेक्टर किसन जावळे, मुंबई शहर जिला कलेक्टर संजय यादव, पुलिस उपायुक्त (बंदरगाह) सुधाकर पठारे को बचाव अभियान में तेजी लाने को कहा है।
गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा के बीच की कुल दूरी 13 किलोमीटर की है। इसको तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता है। मुंबई में टूरिस्ट को एलिफेंटा केव्स ले जाने और वापस लाने के लिए फेरी सेवा चलती है। इसमें टूरिस्ट और लोगों को नाव से केव्स तक ले जाया जाता है। एलीफेंटा गुफाएं मुख्य रूप से हिंदू भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों का एक संग्रह है। जिन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल नामित किया है।