महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज्य मंत्रिमंडल ने मुंबई में प्रवेश के लिए सभी पांच टोल बूथ पर हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल शुल्क पूरी तरह समाप्त करने का बड़ा फैसला लिया। यह फैसला आज सोमवार की रात से लागू होगा। इस हर दिन मुंबई आने वाले करीब 2.80 लाख हल्के वाहनों को फायदा होगा यानी इन्हे अब मुंबई आने जाने पर कोई टोल नहीं देना पड़ेगा ।
सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक हुई । विधानसभा चुनाव के ऐलान के पहले आखिरी मंत्रिमंडल की मानी जा रही बैठक में कई फैसले लिए गए जिसमें सोमवार रात 12 बजे के बाद वाशी, ऐरोली, मुलुंड, दहिसर और आनंदनगर टोल पर हल्की गाड़ियों से टोल नहीं लिये जाने का फैसला सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हल्के वाहनों में कार, टैक्सी, जीप, वैन, छोटे ट्रक, डिलीवरी वैन आदि आते हैं ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि टोल शुल्क सोमवार मध्यरात्रि से समाप्त किया जाएगा।
महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में मंत्री दादाजी भुसे ने कहा कि मुंबई में प्रवेश के समय दहिसर टोल, आनंद नगर टोल, वैशाली, ऐरोली और मुलुंड समेत 5 टोल प्लाजा थे। इन टोल पर 45 रुपये और 75 रुपये वसूले जाते थे, ये 2026 तक लागू था । करीब 3.5 लाख वाहन हर दिन आते-जाते है। इनमें करीब 70 हजार भारी वाहन और 2.80 लाख हल्के वाहन रहते हैं।
आज सरकार ने रात 12 बजे के बाद हल्के वाहनों को टोल से छूट देने का फैसला किया है । इससे लोगों का जो समय कतारों में लगकर बर्बाद होता था, वो बचेगा । सरकार कई महीनों से इस पर चर्चा कर रही थी और आज ये क्रांतिकारी फैसला लिया गया है ।
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनाए। इन पुलों की लागत वसूलने के लिए सबसे पहले मुंबई के प्रवेश द्वारों पर टोल बूथ बनाए गए। जैसे ही पुलों का निर्माण जैसे ही अंतिम चरण में पहुंचा तो टोल बूथों के निर्माण के लिए वर्ष 1999 में एक निविदा जारी की गई। वर्ष 2002 में सभी पांच टोल बूथ चालू हो गए। इसके बाद, मुंबई टोल बूथों पर प्रवेश बिंदुओं पर टोल वसूली शुरू की गई।
महाराष्ट्र में, मुख्य रूप से मुंबई में, मनसे और कई कार्यकर्ता टोल माफ करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। हाल ही में, यूबीटी सेना और राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी मुंबई में टोल माफ करने की मांग की थी।
एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल के इस फैसले को विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के रूप में देखा जा रहा है। ये फैसला महाराष्ट्र सरकार ने ऐसे समय में लिया है, जब किसी भी वक्त विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।
आज 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में महाराष्ट्र राज्य की मंत्रिमंडल की बैठक सह्याद्री गेस्ट हाउस में हुई । इस बैठक में उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजित पवार और अन्य मंत्री मौजूद थे। राज्य मंत्रिमंडल ने पूर्व राज्य मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। इस संबंध में शोक प्रस्ताव रखा गया।