मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने रामनिवास रावत को मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई
Ramniwas Rawat: मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में आए वरिष्ठ नेता रामनिवास रावत को सोमवार को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। करीब दो महीने पहले कांग्रेस छोड़ने वाले रावत को राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तथा उनकी कैबिनेट के कई मंत्री शामिल हुए।
गत 30 अप्रैल को कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले रावत चंबल क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के प्रभावशाली नेताओं में शुमार हैं। पहली बार दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने वाले रावत प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रह चुके हैं और वह श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा से छठवीं बार विधायक चुने गए हैं। रावत ने शपथ ग्रहण के ठीक पहले विधायक पद से इस्तीफा दिया। उनके इस्तीफे के बाद विजयपुर में अब दोबारा चुनाव होंगे।
प्रदेश में दिसंबर 2023 के विधानसभा चुनावों के बाद तीन विधायक कांग्रेस छोड़ चुके हैं। इनमें विजयपुर से रामनिवास रावत के अलावा सागर जिले के बीना विधानसभा क्षेत्र की विधायक निर्मला सप्रे और छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा क्षेत्र के विधायक कमलेश शाह शामिल हैं। इनमें से कमलेश शाह ने पहले ही विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था जबकि रावत ने आज इस्तीफा दिया। निर्मला सप्रे ने अभी तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। कांग्रेस ने उनकी सदस्यता समाप्त करने का आवेदन दिया है।
दरसअल रावत भाजपा में पहले शामिल हो गए थे, लेकिन उन्होंने राज्य विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया था। एक चुनावी रैली में भाजपा में शामिल होने के बाद भी रावत सत्तारूढ़ पार्टी का हिस्सा बनने की पुष्टि करने से झिझक रहे थे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 25 दिसंबर को अपने मंत्रिमंडल में 28 विधायकों को शामिल किया था। रावत के शपथ लेने के बाद राज्य मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में सदस्यों की अधिकतम संख्या 34 है।