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Blood Moon Lunar Eclipse: सितंबर 2025 में साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा, जो भारत में भी दिखाई देगा। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा । खगोलविद इसे ‘ब्लड मून’ (रक्त चंद्रमा) कहते हैं, क्योंकि इस दौरान चंद्रमा का रंग लाल दिखाई देता है। हालांकि, इस चंद्र ग्रहण की तारीख को लेकर लोग भ्रमित हैं, क्योंकि कुछ लोग इसे 7 सितंबर और कुछ 8 सितंबर को बता रहे हैं। आइए जानते हैं सही तारीख और समय के बारे में।
चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू होता है, यानी यह 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे से प्रारंभ होगा।
यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में भी दिखाई देगा।
यह चंद्र ग्रहण भाद्रपद मास की पूर्णिमा को लगेगा, जो पितृपक्ष की शुरुआत का संकेत है। 7 सितंबर को ही पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध किया जाएगा। ज्योतिषी सलाह देते हैं कि पितृपक्ष से जुड़े रिवाज और श्राद्ध कर्म सूतक काल शुरू होने से पहले ही कर लिए जाएं।
चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक कारण:
जब पृथ्वी अपनी कक्षा में घूमते हुए सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तो सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती, और चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ जाती है, जिससे चंद्रमा लाल या काले रंग में दिखाई देता है। इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है।