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Jammu and Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर में जल्द होंगे विधान सभा चुनाव

Jammu and Kashmir Elections: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली में किया ऐलान, लोग जल्द ही मंत्रियों-विधायकों से साझा कर सकेंगे अपनी समस्याएं

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अर्चिस मोहन   
Last Updated- April 12, 2024 | 11:30 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधान सभा चुनाव का समय दूर नहीं है और केंद्र शासित प्रदेश के लोग जल्द ही मंत्रियों और विधायकों के साथ अपने मुद्दे साझा कर सकेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें आने वाले दिनों में एक नए जम्मू कश्मीर की शानदार तस्वीर बनाने के लिए काम करना है।

दूसरी ओर राजस्थान के बाड़मेर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए संविधान ‘गीता, रामायण, महाभारत एवं कुरान’ जैसा है। अगर बाबा साहब आंबेडकर जीवित होते तो उनके लिए भी संविधान में बदलाव करना असंभव होता।

आगामी लोक सभा चुनावों में उधमपुर से भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के समर्थन में यहां आयोजित रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘वह समय दूर नहीं है जब जम्मू कश्मीर में विधान सभा चुनाव होंगे। इससे उसका राज्य का दर्जा भी वापस मिल जाएगा।

आप अपने मुद्दों को अपने विधायकों और मंत्रियों के साथ फिर से उठाएंगे।’ प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि जम्मू कश्मीर में ‘समाज के हर वर्ग के सभी मुद्दों’ का समाधान किया जाएगा। उन्होंने नए जम्मू कश्मीर की जीवंत तस्वीर बनाने के अपने दृष्टिकोण का खुलासा किया और कहा कि लोग कह रहे हैं कि क्षेत्र में बहुत कुछ किया गया है।

उन्होंने कहा कि नई रेलवे, सुरंग और सड़क परियोजनाएं आ रही हैं और जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। जम्मू कश्मीर को स्टार्ट-अप हब बनना है। यह नया चरण जम्मू कश्मीर का भाग्य बन रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस सपने को कई पीढ़ियों ने देखा है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि आपका सपना मेरा संकल्प है। अपने सपने को पूरा करने का हर पल आपको समर्पित है। ये प्रयास भारत के नाम पर होंगे। यह जम्मू कश्मीर की तकदीर बदल देगा।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आगामी लोक सभा चुनाव आतंकवाद, हड़ताल, पथराव और सीमा पार से गोलीबारी के डर के बिना होंगे। पिछले तीन दशकों में अलगाववादियों द्वारा चलाए गए ‘चुनाव बहिष्कार’ अभियान अब इतिहास बन गए हैं।

उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को संविधान का अनुच्छेद 370 वापस लाने की चुनौती दी, जिसे अगस्त 2019 में भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था। उधमपुर लोक सभा सीट से चुनावी जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रहे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के समर्थन में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोदी मैदान में इस रैली का आयोजन किया गया था। यहां 19 अप्रैल को मतदान होना है। कांग्रेस ने चौधरी लाल सिंह को और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) ने जी एम सरूरी को उम्मीदवार बनाया है।

अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद आगामी लोक सभा चुनाव इस क्षेत्र में पहला चुनाव होगा और इस बार न तो ऐसा कोई अभियान है और न ही पथराव जैसी कोई घटनाएं हुई हैं। अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को विवादास्पद संवैधानिक प्रावधान वापस लेने की चुनौती दी और कहा कि ‘वे ऐसा नहीं कर सकते’।

दूसरी ओर राजस्थान के बाड़मेर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए संविधान ‘गीता, रामायण, महाभारत एवं कुरान’ जैसा है। अगर बाबा साहब आंबेडकर जीवित होते तो उनके लिए भी संविधान में बदलाव करना असंभव होता।

मोदी ने भाजपा पर संविधान को नष्ट करने के विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘सब कुछ हमारे लिए हमारा संविधान ही है।’ मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश-विरोधी ताकतों के साथ खड़ी है। मोदी ने कहा,‘…जहां तक संविधान का सवाल है तो आप मानकर चलिए और मोदी के शब्द लिखकर रखिए… बाबा साहब आंबेडकर खुद आ जाएं तो भी संविधान खत्म नहीं कर सकते हैं।

हमारा संविधान सरकार के लिए गीता है, रामायण है, महाभारत है, बाइबल है, कुरान है। सब कुछ हमारे लिए हमारा संविधान ही है।’ भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले महीने आरोप लगाया था, ‘नरेंद्र मोदी और भाजपा का अंतिम लक्ष्य बाबा साहेब के संविधान को नष्ट करना है।’ हेगड़े ने अपने कतिपय बयान में कहा था कि पार्टी को संविधान में संशोधन के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता है। भाजपा ने हेगड़े की टिप्पणी को ‘व्यक्तिगत राय’ करार दिया था और उनसे स्पष्टीकरण मांगा था।

उल्लेखनीय है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर संविधान के मुख्य शिल्पी थे। बिना किसी का नाम लिए मोदी ने कहा कि ‘इंडी’ अलायंस की एक पार्टी ने अपने घोषणापत्र में परमाणु निरस्त्रीकरण के बारे में लिखा है। उन्होंने किसी भी राजनीतिक पार्टी का नाम लिये बिना कहा, ‘ ‘इंडी’ अलायंस में शामिल एक दल ने अपने घोषणापत्र में लिखा है कि वह भारत के परमाणु हथियार नष्ट कर देगी, उन्हें दरिया में डूबा देगी। भारत जैसे जिस देश के दोनों तरफ पड़ोसियों के पास परमाणु हथियार हों, क्या उस देश में परमाणु हथियार समाप्त होने चाहिए?’

उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आपके इंडी अलायंस के साथी किसके इशारे पर काम कर रहे हैं? यह कैसा गठबंधन है, जो भारत को शक्तिहीन करना चाहता है? आखिर किसके दबाव में आपका यह गठबंधन हमारी परमाणु ताकत को समाप्त करना चाहता है?’

सावन के महीने में कुछ नेताओं के मांस खाने और इसका वीडियो वायरल करने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘सावन के महीने में वे एक ऐसे व्यक्ति के घर गए जिसे अदालत ने सजा सुनाई थी और जो जमानत पर है और मटन पकाया। उन्होंने देश के लोगों को चिढ़ाने के लिए इसका वीडियो बनाया।’ प्रधानमंत्री का इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजद प्रमुख लालू प्रसाद के घर की यात्रा के दौरन मटन पकाए जाने की ओर था।

उन्होंने कहा, ‘भारत के लोगों को चिढ़ाने के लिए यह किया गया।’ मोदी ने कहा कि न तो कोई कानून और न ही वह किसी को कुछ खाने से रोकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हर कोई शाकाहारी या मांसाहारी भोजन खाने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उनके इरादे अलग थे। मुगलों को मंदिरों को तोड़कर संतोष मिलता था, राजाओं को हराकर नहीं। वे इससे आनंद प्राप्त करते थे।’

First Published : April 12, 2024 | 11:30 PM IST