एक अमेरिकी महिला को जयपुर में ज्वेलरी की एक दुकान से 6 करोड़ रुपये के नकली गहने खरीदने के लिए ठगा गया था। अमेरिकी दूतावास की मदद से जयपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन दुकान चलाने वाला और उसका बेटा फरार हैं।
अमेरिकी महिला का नाम चेरिश है। उसने जयपुर के मनाक चौक थाना इलाके के जौहरी बाजार में स्थित एक दुकान से गहने खरीदे थे। अप्रैल में, अमेरिका में एक प्रदर्शनी में उसने ये गहने दिखाए, तब पता चला कि ये नकली हैं।
वापस जयपुर जाकर चेरिश ने दुकान मालिक रजेंद्र सोनी और उसके बेटे गौरव से इस बारे में बात की, लेकिन उन्होंने उसकी बात नहीं मानी। इसके बाद 18 मई को चेरिश ने दुकान मालिकों के खिलाफ मनाक चौक थाने में शिकायत दर्ज कराई। जवाब में, दुकान मालिकों ने भी चेरिश के खिलाफ एक फर्जी मामला दर्ज कर दिया।
इस पूरे मामले से परेशान होकर चेरिश ने अमेरिकी दूतावास से मदद मांगी। दूतावास के दखल के बाद जयपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और नकली ज्वेलरी बेचने का फर्जीवाड़ा पकड़ लिया। हालांकि दुकान चलाने वाले पिता-पुत्र फिलहाल फरार हैं, लेकिन जिस व्यक्ति ने ज्वेलरी की असलियत का फर्जी सर्टिफिकेट दिया था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त (उत्तर) बजरंग सिंह शेखावत ने बताया, “जांच में पता चला है कि आरोपियों ने विदेशी महिला को 300 रुपये की सोने की पॉलिश वाली चांदी की ज्वेलरी को 6 करोड़ रुपये में बेच दिया था। उन्होंने उसे ज्वेलरी की असलियत का फर्जी प्रमाण पत्र भी दिया था। नंद किशोर, जिसने फर्जी सर्टिफिकेट दिया था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और फरार पिता-पुत्र की तलाश जारी है।”
पुलिस ने आगे बताया कि आरोपियों ने हाल ही में जयपुर के सी-स्कीम इलाके में 3 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा था। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गई है। मामले की जांच अभी जारी है।