केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को कहा कि अब चर्चा लोगों की निजी जानकारी से जुड़े आंकड़ों (डाटा) के उपयोग से उसकी सुरक्षा की ओर स्थानांतरित हो गयी है। उन्होंने कहा कि भारत नवोन्मेष और व्यक्तियों के अधिकारों, उनकी गोपनीयता तथा निजी जानकारी की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने के लिये पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
चंद्रशेखर ने कहा कि ‘इंडिया स्टैक’ (देश के लोगों को डिजिटल युग में लाने के लिये एकीकृत सॉफ्टवेयर मंच) मजबूत हो रहा है और व्यापक स्तर पर उपयोग हो रहा है। यहां भारत में डिजिटल का मतलब समवेशिता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने इकनॉमिस्ट इम्पैक्ट बी-20 मंच पर यह बात कही। मंत्री ने कहा कि ‘इंडिया स्टैक’ ने देशों के बीच काफी रुचि पैदा की है और 11 देश पूर्ण या आंशिक रूप से इंडिया डिजिटल सार्वजनिक ढांचागत सुविधा को तैनात करने की प्रक्रिया में हैं।
चंद्रशेखर के अनुसार, पहले यह कहा जाता रहा है कि सरकार कुछ काम नहीं करती है, उस विमर्श को पिछले नौ साल में भारत में निर्मित और सफलतापूर्वक प्रदर्शित प्रौद्योगिकी तथा डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे ने बदल दिया है।
मंत्री ने कहा, ‘‘दुनियाभर के वे देश जो पूर्व में वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं के साथ अरबों डॉलर के अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने पर निर्भर थे, अब अपनी सरकार और नागरिकों के बीच अपने संबंधों को डिजिटल बनाने का बेहतर, तेज, सस्ता तरीके पर गौर कर रहे हैं।’’
चंद्रशेखर ने कहा कि भारत अपनी डिजिटल माध्यम से पेशकश का तेजी विस्तार कर रहा है। अगले दो साल में ऐसी कोई सेवा नहीं होगी जो डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर उपलब्ध नहीं की जाएंगी। लोगों से जुड़ी निजी जानकारी के बारे में मंत्री ने कहा कि बातचीत अब डाटा सुरक्षा को लेकर होने लगी है। लोगों के लिये अब निजता और उनसे जुड़ी जानकारी महत्वपूर्ण मुद्दा हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत नवोन्मेष और व्यक्तियों के अधिकारों, उनकी गोपनीयता तथा निजी जानकारी की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने के लिये पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।