भारत में स्टैंडअप कॉमेडी काफी लोकप्रिय हो रही है और सप्ताहांत में होने वाले शो से लेकर सोशल मीडिया पर धमाल मचाने तक कॉमेडी का जलवा हर जगह देखा जा रहा है। ऐसे में अब ब्रांड भी इस लोकप्रियता का फायदा उठाने की जुगत में लगे हैं। कैब एग्रीगेटर मंच उबर, फूड एग्रीगेटर जोमैटो के अलावा घड़ी, ईयरफोन ब्रांड बोट और यूज्ड कार ट्रेड से जुड़ा ब्रांड स्पिनी अब समय रैना, रवि गुप्ता और श्रीजा चतुर्वेदी जैसे कॉमेडियन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
मुंबई की एक कलाकार प्रबंधन कंपनी ओनली मच लाउडर की मुख्य कारोबार अधिकारी प्रेरणा खत्री का कहना है, ‘विभिन्न क्षेत्रों के ब्रांड चाहे वे नए दौर की डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी), एफएमसीजी या बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) कंपनियां हों वे ऐसे गठजोड़ पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।’
हालांकि कॉमेडी की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए और ‘कैंसिल कल्चर’के बढ़ते खतरे की वजह से ब्रांड सतर्कता बरतना पसंद करते हैं। कॉमेडी में कई बार ऐसी बातें हो जाती हैं जो लोगों को पसंद नहीं आती हैं। खत्री कहती हैं, ‘ब्रांड कॉमेडियन के साथ तब तक काम करते हैं जब तक साझेदारी के जरिये कारोबार बढ़ने की गुंजाइश होती है। वे निवेश पर रिटर्न को प्राथमिकता देते हैं और अगर कॉमेडियन की लोकप्रियता दर्शकों के संवाद में बदलती हैं तब सहयोग सार्थक हो जाता है।’
कॉमेडी में ब्रांडों के जोखिम की ताजा मिसाल यूट्यूब टैलेंट शो, ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ (आईजीएल) है जिसकी मेजबानी समय रैना करते थे। इस ब्रांड से लोग काफी जुड़े थे लेकिन ‘अनुचित सामग्री’ के चलते इस शो को यूट्यूब से हटा दिया गया और यह मुद्दा संसद में भी उठाया गया। एक सांसद ने सोशल मीडिया के नियमन के लिए कानून बनाने की मांग तक कर डाली।
कॉमेडियन का किसी बात को कहने का अपना अलग अनूठा अंदाज होता है ऐसे में ब्रांड उनके साथ जुड़े रहना चाहते हैं चाहे इसको लेकर कैसा भी जोखिम हो। ओनली मच लाउडर में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (राजस्व) पंकज मालाणी कहते हैं, ‘ज्यादातर कॉमेडियन लेखक भी हैं। इन कलाकारों के सही वक्त पर किसी संदेश को देने की क्षमता, लोगों का उनकी बातों से जुड़ना और उनकी वाक्पटुता ही उन्हें डिजिटल मार्केटिंग के लिए अहम बनाती है।’