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बालासोर रेल हादसे में आपरा​धिक लापहवाही के लिए FIR दर्ज, इंटरलॉकिंग सिस्टम में हस्तक्षेप की आशंका

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ध्रुवाक्ष साहा   
रमनी रंजन महापात्र   
Last Updated- June 05, 2023 | 11:26 PM IST

बालासोर रेल दुर्घटना मामले में आज ओडिशा पुलिस के पास एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई गई है। इंटरलॉकिंग प्रणाली में संदिग्ध छेड़छाड़ के कारण दो रेलगाड़ी और एक मालगाड़ी की टक्कर होने से 275 लोगों की मौत हो गई और 1,000 से ज्यादा घायल हुए हैं।

बालासोर निवासी पापू कुमार नाइक ने रेलवे अ​​धिकारियों पर आपरा​धिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए ​प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि अ​धिकारियों की लापरवाही के कारण यह दुघर्टना हुई है। भारतीय दंड सहिंता (IPC) की संबं​धित धाराओं के साथ ही रेल अ​धिनियम की धारा 153, 154 और 175 के तहत अज्ञात व्य​क्तियों की भी इस मामले में जांच की जाएगी।

प्राथमिकी के सार में कहा गया है, ‘फिलहाल रेलवे कर्मचारियों की संलिप्तता का पता नहीं चला है लेकिन जांच में यह सामने आएगा।’ नाइक ने अपनी ​शिकायत में कहा है, ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना रेलवे की लापरवाही के कारण हुई है जिससे मानव जीवन और संप​त्ति को भारी नुकसान हुआ है।’

इस बीच रेलवे बोर्ड द्वारा रविवार शाम को सिफारिश किए जाने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की ओर से इस मामले को अपने हाथ में लिए जाने की संभावना है। इसके साथ ही रेलवे के सुरक्षा आयुक्त द्वारा की गई स्वतंत्र जांच सोमवार से शुरू हो गई है।

खबरों के अनुसार CBI इस मामले की जांच शुरू करने के लिए मंगलवार को अपना एक दल दुर्घटना स्थल पर मुआयना के लिए भेजेगा।

स्थानीय खबरों के मुताबिक गंभीर रूप से घायल लोको पायलट सहित कई लोगों ने रेलवे सुरक्षा आयुक्त के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। खबरों में कहा गया है कि प्रारं​भिक जांच में जिम्मेदार सभी अ​धिकारियों की पहचान कर ली गई है और कोई भी अ​धिकारी फरार नहीं है।

दुर्घटना के करीब 51 घंटे बाद रविवार देर रात को बालासोर रेलवे ट्रैक पर रेलगाड़ियों की सामान्य आवाजाही शुरू हो गई है।

शुक्रवार को हुए हादसे की आ​धिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि टक्कर इतनी जोरदार थी की रेलगाड़ी के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और तीन डिब्बे दूसरे ट्रैक पर आ गए। उसी समय हावड़ा-बेंगलूरु एक्सप्रेस दूसरी तरफ से वहां से गुजर रही थी, जिसे बगल के ट्रैक पर गिरे तीन डिब्बे उससे टकरा गए और दो डिब्बे पटरी से बाहर आ गए। लूप लाइन में दूसरी ओर खड़ी एक मालगाड़ी पर भी इस दुर्घटना का असर पड़ा था।

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रेलवे बोर्ड के सदस्य जय वर्मा सिन्हा ने रविवार को कहा था, ‘इसकी आशंका है कि प्रणाली के साथ कुछ छेड़छाड़ हुई है। यह हस्तक्षेप या तो फिजिकल था या कुछ और, जो रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच में पता चलेगा।’

विशेषज्ञ भी इंटरलॉकिंग प्रणाली में स्टेशन के अ​धिकारियों द्वारा हस्तक्षेप करने की आशंका जता रहे हैं, जो अकुशलता और लापरवाही का कृत्य है।

सूत्रों ने कहा कि सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है लेकिन प्रथम दृष्टतया तोड़फोड़ की आशंका से इनकार नहीं किया गया है।

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बालासोर रेल हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की मांग करते हुए कहा कि CBI की जांच से तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं की जवाबदेही तय नहीं हो सकती। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि CBI रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है, वह अपराधों की छानबीन करती है।

First Published : June 5, 2023 | 9:38 PM IST