मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 2024 मॉनसून सीजन में संभवतः अलनीनो का प्रभाव भारतीय मॉनसून पर नहीं पड़ेगा, हालांकि अभी शुरुआती अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक अप्रैल-मई और उसके बाद से इसके‘तटस्थ’ होने की संभावना है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज कहा, ‘इस समय भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर मध्मयम अल नीनो की स्थिति है। वहीं हिंद महासागर के ऊपर पॉजिटिव इंडियन ओशन डाईपोल (आईओडी) की स्थिति है। नवीनतम वैश्विक मॉडल पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि अलनीनो की यह स्थितियां आगामी सीजन में जारी रह सकती हैं और पॉजिटिव आईओडी की स्थिति आगामी महीनों के दौरान कमजोर पड़ सकती हैं।’
उन्होंने कहा कि मौसम का मौजूदा मॉडल दिखाता है कि अलनीनो अप्रैल और उसके बाद से कमजोर और ‘तटस्थ’ हो सकता है, हालांकि 6 महीने से ज्यादा पहले अलनीनो का सटीक अनुमान लगाना कठिन है।
प्रशांत महासागर में दक्षिण अमेरिका के हिस्से में पानी के गर्म होने से पैदा अलनीनो मॉनसूनी हवाएं कमजोर करने व भारत में शुष्क मौसम से जुड़ा है। इस साल 2023 में भारत में सामान्य से कम बारिश हुई है और अलनीनो की स्थिति के कारण अगस्त महीने में असामान्य रूप से सूखा रहा है। हालांकि पॉजिटिव आईओडी ने मुसीबतों से कुछ बचाया है।