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क्या आपके फोन में भी बैंक से ‘रिवॉर्ड प्‍वाइंट’ मिलने के मैसेज आते हैं? भूलकर भी न करें ये काम, वरना पूरा अकाउंट हो जाएगा खाली

स्कैमर धोखाधड़ी के नए नए तरीके अपनाते रहते हैं जिसकी वजह से लोगों को अपनी जमापूंजी से हाथ धोना पड़ता है।

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ऋषभ राज   
Last Updated- January 18, 2025 | 5:02 PM IST

Banking Scam: डिजिटलाइजेशन के इस दौर में जहां बैंकिंग अब बहुत आसान हो गया है, वही धोखाधड़ी की घटनाएं भी बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। आए दिन धोखे से लोगों के खाते से पैसे निकालने की खबरें आती रहती हैं। स्कैमर लोगों की चपत लगाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते रहते हैं।

हाल ही में सरकार की फैक्ट-चेकिंग यूनिट (FCU) ने लोगों को एक स्कैम के बारे में सचेत किया है, जिसमें लोगों को टेक्स्ट मैसेज भेजकर ‘SBI Rewards’ नाम का ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है। इस ऐप को धोखाधड़ी के इरादे से बनाया गया है ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके।

FCU ने X (पहले Twitter) पर पोस्ट कर लिखा था, “क्या आपको भी ऐसा मैसेज मिला जिसमें SBI rewards रिडीम करने के लिए APK फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल करने को कहा गया? कभी भी अनजान फाइल्स डाउनलोड न करें और न ही ऐसे लिंक पर क्लिक करें।”

यह स्कैम कैसे काम करता है?

मैसेज के माध्यम से:

स्कैमर्स SMS या WhatsApp नोटिफिकेशन भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है कि यूजर के पास रिवॉर्ड प्वाइंट्स हैं, जिन्हें रिडीम करना जरूरी है। एक आम मैसेज इस तरह हो सकता है: “आपका SBI NetBanking रिवॉर्ड पॉइंट्स आज खत्म होने वाला है! अभी SBI Reward App के जरिए रिडीम करें।”

मैलिशियस लिंक (खतरनाक लिंक):

इन मैसेज में ऐसे लिंक होते हैं, जो फर्जी वेबसाइट्स पर ले जाते हैं या यूजर को हानिकारक एंड्राइड एप्लीकेशन पैकेज (APK) फाइल्स डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। ये फर्जी ऐप्स व्यक्तिगत और बैंकिंग डेटा चुराने के लिए बनाए गए होते हैं।

डेटा चोरी:

जब यूजर इन फर्जी प्लेटफॉर्म्स या ऐप्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करते हैं, तो स्कैमर्स उनकी निजी जानकारी तक पहुंच जाते हैं। इससे पहचान चोरी (identity theft) और बिना अनुमति के वित्तीय लेन-देन का खतरा हो सकता है।

धोखाधड़ी से बचने के उपाय

सेंडर की प्रामाणिकता जांचें:

हमेशा यह जांचें कि मैसेज किसी वैध स्रोत से आया है या नहीं। किसी भी संदिग्ध मैसेज पर क्लिक करने से पहले अपने बैंक से उनके आधिकारिक संपर्क नंबर पर संपर्क करें और वेरिफाई करें।

लिंक पर क्लिक करने से बचें:

अनचाहे मैसेज से लिंक पर क्लिक न करें और न ही फाइल्स डाउनलोड करें। स्कैमर्स अक्सर इसका इस्तेमाल मालवेयर इंस्टॉल करने या आपकी जानकारी चुराने के लिए करते हैं।

रेड फ्लैग्स पहचानें:

फ्रॉड की निशानियां देखें, जैसे मैसेज में बहुत जल्दी करने की बात या व्यक्तिगत जानकारी मांगना।

ऑफिशियल ऐप्स और वेबसाइट्स का उपयोग करें:

सिर्फ बैंक के आधिकारिक ऐप्स और वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें लेन-देन और अकाउंट मैनेजमेंट के लिए।

दो-स्तरीय ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) को सक्षम करें:

यह आपके अकाउंट्स में सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है।

First Published : January 18, 2025 | 3:24 PM IST