ऑपरेशन सिंदूर (7 मई से 9 मई) के दौरान तीन दिनों में समाचार श्रेणी में टेलीविजन दर्शकों की संख्या 16 प्रतिशत तक बढ़ गई थी। अमूमन कुल व्यूअरशिप में समाचारों का योगदान सामान्य तौर पर 6 प्रतिशत रहता है। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 3 मई से 9 मई (18वां सप्ताह) के बीच 50.7 करोड़ दर्शकों ने समाचार देखे। इस दौरान पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के ढांचों पर हमला करते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।
हिंदी भाषा के समाचारों ने 18वें सप्ताह में 254 का उच्चतम ग्रॉस रेटिंग पॉइंट (जीपीआर) हासिल किया। तुलनात्मक रूप से इससे पहले के सप्ताह में इस श्रेणी में जीआरपी 178 पर था। बार्क ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 18वें सप्ताह के दौरान टीवी समाचार देखने वालों की संख्या एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई। देशवासी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तेजी से बदलते घटनाक्रमों के बारे में जल्द से जल्द जानकारी पाने के लिए उत्सुक थे। यही वजह रही कि इस अवधि में हिंदी समाचार देखे जाने का औसत समय 67 प्रतिशत बढ़कर 60 मिनट हो गया।
इसके अतिरिक्त, बार्क ने अपनी विज्ञप्ति में यह भी कहा कि पहलगाम से पहले के सप्ताहों की तुलना में 18वें सप्ताह में बुधवार से शुक्रवार तक हिंदी समाचारों की हिस्सेदारी 3 प्रतिशत से बढ़कर 13 प्रतिशत और हिंदी समाचार चैनलों के लिए दैनिक ट्यून-इन 7.3 करोड़ से बढ़कर 14.2 करोड़ हो गया। बार्क ने कहा, ‘हिंदी भाषी बाजार में हिंदी समाचारों की हिस्सेदारी 4 से बढ़कर 15 प्रतिशत हो गई। यह 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान हासिल की गई हिस्सेदारी से भी अधिक है।’