केंद्र की प्रमुख परियोजना मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet train project) रफ्तार पकड़ने के लिए तैयार है क्योंकि मेघा-इंजीनियरिंग ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (Megha Engineering and Infrastructures Limited) और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (Hindustan Construction Company) के संयुक्त उद्यम ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) हाई स्पीड रेलवे स्टेशन के निर्माण के लिए सबसे कम बोली लगा दी है। सूत्रों ने कहा कि संयुक्त उद्यम द्वारा लगभग 3,700 करोड़ रुपये की लागत से परियोजना शुरू करने की संभावना है।
NHSRCL ने कहा है कि नैशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने एमएएचएसआर सी1 पैकेज के तहत मुंबई (महाराष्ट्र) में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) हाई स्पीड रेल स्टेशन के डिजाइन और निर्माण के लिए वित्तीय बोलियां खोली हैं। 3 तकनीकी रूप से योग्य बोलीदाताओं की वित्तीय बोलियां खोली गईं और मैसर्स मेघा इंजीनियरिंग ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड संयुक्त उद्यम (मैसर्स एमईआईएल-एचसीसी के संयुक्त उद्यम) ने सबसे कम बोली लगाई है।
अंडरग्राउंड रेल स्टेशन अब तक के सबसे अधिक खर्च में बनने वाला स्टेशन होगा। BKC अंडरग्राउंड स्टेशन के निर्माण का पैकेज वर्षों से रुका हुआ था, और NHSRCL ने जुलाई में परियोजना के लिए बोलियों को फिर से आमंत्रित किया था। नवंबर में बोलियों के खुलने के बाद चार बोलीदाता सामने आए जिसमें, मेघा-एचसीसी, एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, जे. कुमार इन्फ्राप्रोजेक्ट्स और लार्सन ऐंड टुब्रो (एलएंडटी) शामिल थे।
सूत्रों ने कहा कि जे.कुमार इसके तकनीकी मूल्यांकन राउंड में बोली लगाने में सफल नहीं हुए, और एफकॉन ने 4,200 करोड़ और एलऐंडटी ने 4,600 करोड़ रुपये के करीब बोलियां लगाई। मेघा-एचसीसी ने सबसे कम की बोली लगाई। इस बीच, उद्योग के सूत्रों ने सुझाव दिया कि एचसीसी और मेघा के बीच काम के मौजूदा दायरे के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है और कंपनियां जल्द ही परियोजना को क्रियान्वित करने की योजना को अंतिम रूप दे सकती हैं।
यह भी पढ़ें: लक्ष्य शहरी आधारभूत संरचना मुहैया कराने की कंपनी बनना: दिल्ली मेट्रो के महाप्रबंधक
स्टेशन में 6 प्लेटफॉर्म होंगे और प्रत्येक प्लेटफॉर्म की लंबाई 415 मीटर होगी। इतनी लंबाई में 16 कोच वाली बुलेट ट्रेन को आसानी से रोका जा सकता है। स्टेशन को मेट्रो और सड़क मार्ग से भी जोड़ा जाएगा। यह एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन होगा जो मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर बनाया जा रहा है। इस साल की शुरुआत में, महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का काम फिर से शुरू हो गया है। यह योजना राजनीतिक घमासान के बीच रुक गई थी। इसके पहले एक घोषणा में एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़नवीस ने BKC के बीच आ रहे अवरोधों को हटाने की घोषणा की थी।
अक्टूबर में, केंद्र ने गुजरात में 98.87 फीसदी और महाराष्ट्र में 95.45 फीसदी भूमि अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया था। जहां एक तरफ, कॉरिडोर के टर्मिनल स्टेशन BKC के लिए काम गति पकड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ, राज्य में एक अन्य भूमि अधिग्रहण को लेकर मामला फंस गया है। 10 एकड़ की जमीन की क्षतिपूर्ति के लिए गोदरेज ऐंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग और एनएचएसआपसीएल के बीच बांबे उच्च न्यायालय में विवाद चल रहा है।