कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से संविधान को बचाने के लिए एकजुट होने का आग्रह किया और कहा कि ऐसा न होने पर दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों तथा गरीबों को नुकसान होगा। खरगे ने मध्य प्रदेश के महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली को संबोधित करते हुए भाजपा-आरएसएस के लोगों को ‘देशद्रोही’ करार दिया और कहा कि कांग्रेस धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण कभी बरदाश्त नहीं करेगी।
महाकुंभ में पवित्र स्नान करने वाले भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए खरगे ने कहा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर हो सकती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाने का नहीं है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा नेता कैमरों की खातिर गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरएसएस और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वे ‘हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग की तलाश न करें’ जैसा बयान देते हैं, लेकिन वे लोगों को ऐसा करने के लिए ‘उकसाना’ जारी रखते हैं। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस को गाली देने वाले आरएसएस के लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई में कुछ नहीं किया, क्योंकि वे अंग्रेजों के साथ थे। खरगे ने कहा, ‘आरएसएस-भाजपा ‘देशद्रोही’ हैं। अगर आप खुद को गरीबी और बेरोजगारी से मुक्त करना चाहते हैं, तो संविधान की रक्षा करें और एकजुट रहें।’