facebookmetapixel
Share Market: शेयर बाजार में लगातार गिरावट जारी, निवेशकों की बढ़ी चिंताविदेश घूमने जा रहे हैं? ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय ये गलतियां बिल्कुल न करें, नहीं तो होगा बड़ा नुकसानफैमिली फ्लोटर बनाम इंडिविजुअल हेल्थ प्लान: आपके परिवार के लिए कौन सा ज्यादा जरूरी है?NPS New Rules: NPS में करते हैं निवेश? ये पांच जरूरी बदलाव, जो आपको जरूर जानना चाहिएतेल-गैस ड्रिलिंग में उपयोग होने वाले बेराइट का भंडार भारत में खत्म होने की कगार पर, ऊर्जा सुरक्षा पर खतरासोना 70% और चांदी 30%! क्या यही है निवेश का सही फॉर्मूला?एयरलाइन मार्केट में बड़ा उलटफेर! इंडिगो ने एयर इंडिया ग्रुप को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में छोड़ा पीछेअब EPF का पैसा ATM और UPI से सीधे इस महीने से निकाल सकेंगे! सरकार ने बता दिया पूरा प्लान8th Pay Commission: रिटायर्ड कर्मचारियों को DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे?31 दिसंबर तक बिलेटेड टैक्स रिटर्न फाइल का अंतिम मौका! लेट फीस, फाइन से लेकर ब्याज की पूरी जानकारी

UPSC के अलावा बी स्कूल से भी भर्ती किए जाएं IAS ऑफिसर: नारायण मूर्ति

नारायण मूर्ति के मुताबिक मौजूदा UPSC सिस्टम सिर्फ जनरल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए अफसर तैयार करता है।

Last Updated- November 19, 2024 | 7:07 PM IST
Narayana Murthy cautions the public not to fall prey to deep fake videos

इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने कहा है कि भारत को अपनी सिविल सेवाओं में बदलाव करने की ज़रूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों की भर्ती सिर्फ UPSC परीक्षा के ज़रिए न होकर बिजनेस स्कूल के माध्यम से भी होनी चाहिए।

मूर्ति ने कहा, “भारत को एडमिनिस्ट्रेशन की सोच से बाहर निकलकर मैनेजमेंट की सोच अपनाने की ज़रूरत है। मैनेजमेंट का मतलब है बड़े सपने देखना और ऊंचे लक्ष्य हासिल करना।”

उनके मुताबिक, मौजूदा UPSC सिस्टम सिर्फ जनरल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए अफसर तैयार करता है। लेकिन आज के दौर में ऐसे अफसरों की ज़रूरत है जो विजन (Vision), लागत नियंत्रण (Cost Control), इनोवेशन (Innovation) और तेज़ फैसले लेने की क्षमता रखते हों।

हाल ही में उनके “70 घंटे काम” वाले बयान पर हुई आलोचना पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। मूर्ति ने कहा, “भारत जैसे देश को तेज़ी से विकास करने के लिए कड़ी मेहनत की ज़रूरत है। हमें पहले जीवन बनाना है, फिर वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) की बात करनी चाहिए।”

उन्होंने कहा, “25 साल पहले के वी कामथ ने कहा था कि भारत एक गरीब देश है। हमें पहले अच्छा जीवन बनाना होगा, उसके बाद संतुलन पर ध्यान देना चाहिए।”

अंत में मूर्ति ने भारत के $50 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य पर जोर देते हुए कहा कि ये तभी संभव है, जब हम बदलाव के लिए तैयार हों।

First Published - November 19, 2024 | 7:07 PM IST

संबंधित पोस्ट