भारत मंडपम में आधिकारिक रात्रिभोज के लिए जी20 प्रतिनिधियों को भेजे गए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के न्योते ने आज सियासी बवाल मचा दिया। शनिवार को होने वाले इस भोज के निमंत्रण पत्र में अभी तक चल रही परंपरा से हटकर राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ कहा गया है। इसी पर विवाद खड़ा हो गया है और विपक्ष ने इस कदम के पीछे सरकार की मंशा पर अटकलें लगानी शुरू कर दी हैं।
दिन में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘औपनिवेशिक मानसिकता’ का प्रतीक नाम हटाने के लिए मुर्मू को धन्यवाद दिया तो विपक्ष के कुछ नेताओं ने इस कदम को विपक्ष के नए गठवंधन से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की घबराहट का सबूत बता डाला। विपक्षी दलों ने इंडियन नैशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) नाम से नया गठजोड़ बनाया है। कुछ ने इसे महंगाई जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास बताया।
कांग्रेस के एक नेता ने आशंका जताई कि सरकार संविधान का अनुच्छेद 1 (1) बदलने की फिराक में है। अनुच्छेद 1 में कहा गया है ‘इंडिया अर्थात भारत राज्यों का संघ होगा’, जिसे संविधान सभा ने 18 सितंबर, 1949 को अंगीकार किया था। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि संसद का 5 दिन का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। मगर सरकार ने इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं की है।
निमंत्रण पत्र पर सफाई देते हुए देते हुए अधिकारियों ने बताया कि जी20 प्रतिनिधियों के लिए ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ (भारत द मदर ऑफ डेमोक्रेसी) शीर्षक से पुस्तिका तैयार की गई है जिसमें कहा गया है कि देश का आधिकारिक नाम ‘भारत’ है। इसका उल्लेख संविधान में भी है और 1946 से 1948 के दौरान की गई चर्चा में भी।
इस बीच क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने मांग की है कि इसी साल होने वाले क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की जर्सी पर ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ नाम लिखा होना चाहिए। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर ‘भारत माता की जय’ संदेश भी पोस्ट किया।
यह घटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लोकसभा में भारत न्याय संहिता सहित तीन विधेयक पेश किए जाने के तीन हफ्ते बाद हुई है। भारत न्याय संहिता के अंतर्गत भारतीय दंड संहिता में संशोधन किया जाना है। पिछले हफ्ते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने भी कहा था कि ‘इंडिया’ के बजाय भारत शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘अब, संविधान के अनुच्छेद 1 में पढ़ा जा सकता है: ‘भारत जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा’। लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमले हो रहे हैं।’ उन्होंने याद दिलाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया आदि लेकर आई थी जिस पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भारत जोड़ो यात्रा थी।