शेयर बाजार में लगातार जारी उतार-चढ़ाव केबीच निवेशकों की यूनिट लिंक्ड प्लान के प्रति रुचि कम होती जा रही है।
संभावित नुकसान को देखते हुए निवेशक इन स्कीमों से किनारा कर रहे हैं। एक तरफ जहां जीवन बीमा उद्योग में पिछले साल 100 फीसदी की बढ़त देखी गई वहीं यूलिप्स में इस साल अप्रैल में गिरावट देखी गई।
जीवन बीमा उद्योग की बढ़त में इस साल के अप्रैल महीनें में 6.77 फीसदी की गिरावट देखी गई। इस महीने में उद्योग का नया बिजनेस प्रीमियम 2780.11 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल अप्रैल में यह 2982.28 करोड़ रुपये था। भारतीय जीवन बीमा निगम ने भी इस महीने सिंगल प्रीमियम यूलिप्स में गिरावट देखी गई।
इस सेक्टर का न्यू बिजनेस प्रीमियम अप्रैल महीने में 1247.89 करोड़ रहा जो अप्रैल 2007 केन्यू बिजनेस प्रीमियम 2134 करोड़ की तुलना में 41.5 फीसदी कम है। हालांकि 17 निजी कंपनियों के न्यू बिजनेस प्रीमियम में अप्रैल महीनें में 80.69 फीसदी की बढ़त देखी गई और यह 1532.22 करोड़ रहा जबकि इन कंपनियों ने अप्रैल 2007 में 847.96 करोड़ का प्रीमियम इकठ्ठा किया था।
भारतीय जीवन बीमा निगम को अप्रैल में अपनी घटती बाजार हिस्सेदारी से भी रुबरू होना पड़ा। अप्रैल के महीने में इस सरकारी जीवन बीमा कंपनी की बाजार हिस्सेदारी घटकर 44.88 फीसदी केस्तर पर आ गई जबकि निजी क्षेत्र की कंपनियों की हिस्सदारी बढ़कर 55.11 फीसदी पहुंच गई।