पेटीएम ब्रांड का संचालन करने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (ओसीएल) संगठन के स्तर पर पुनर्गठन का हवाला देते हुए अपने कर्मचारियों से इस्तीफा देने के लिए कह रही है। मामले से अवगत सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
हालांकि प्रभावित होने वाले कर्मचारियों की सटीक संख्या का पता नहीं चल सका है, लेकिन जानकार सूत्रों ने कहा कि कुछ विभागों में तो करीब 50 प्रतिशत तक कर्मचारियों पर असर पड़ा है। प्रभावित होने वाली कुछ कारोबारी इकाइयों में दूरंसचार इकाई, मार्केटिंग, पेटीएम पेमेंट्स बैंक आदि शामिल हैं।
पिछले सप्ताह कंपनी ने उन कर्मचारियों की सेवाएं खत्म कर दी थी जिन्होंने इस्तीफा देने से मना कर दिया था। पेटीएम ने कहा कि कंपनी प्रदर्शन के आकलन से जुड़ी नियमित समीक्षा प्रक्रिया से गुजर रही है जिससे ‘भूमिका का समायोजन’ हो सकता है। प्रभावित होने वाले कई कर्मचारियों को हैरानी हुई है कि जो लोग पहले इस आकलन में अव्वल रहे, उनको भी जाने के लिए कह दिया गया है।
एक कर्मचारी ने कहा ‘यह स्वैच्छिक इस्तीफे की आड़ में छंटनी है और ओसीएल की कई टीमों में यह हो रहा है। अगर कंपनी कमतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बाहर करना चाहती है, तो उन्होंने मुझसे इस्तीफा देने के लिए क्यों कहा है? कुछेक महीने पहले ही मुझे अपनी टीम में सर्वश्रेष्ठ लोगों में रखा गया है।’
बिजनेस स्टैंडर्ड ने बर्खास्तगी के नोटिस के साथ-साथ कर्मचारी प्रदर्शन की पिछली प्रबंधन रिपोर्ट देखी है। कर्मचारियों ने कहा कि स्वैच्छिक रूप से इस्तीफे की यह कवायद चरणबद्ध तरीके से सभी विभागों में हो रही है और उन्हें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इस फैसले के बारे में अन्य विभागों को भी सूचित किया जाएगा।
हालिया कवायद से प्रभावित होने वाले एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि 21 में से 10 कर्मचारी पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं तथा कुछ और कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। ऐप टीम में 35 में से 15 कर्मचारी ऐसा कहे जाने के बाद इस्तीफा दे चुके हैं। कंपनी से जुड़े कर्मचारियों ने पेशेवरों के सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म – ग्रेपवाइन पर पोस्ट किया है कि इस कार्रवाई से तकनीक, उत्पाद और कारोबार सहित अन्य कार्यक्षेत्र भी प्रभावित हुए हैं।
अलबत्ता पेटीएम ने छंटनी और कर्मचारियों के इस्तीफे से संबंधित कवायद के दावों का खंडन किया है। पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा ‘हम कंपनी के भीतर छंटनी के किसी भी दावे का पुरजोर खंडन करते हैं। हमारा ध्यान लगातार विकास, नवोन्मेष और अपने ग्राहकों को निर्बाध सेवा देने पर केंद्रित है। हम हितधारकों से सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक संचार पर भरोसा करने और अटकलबाजी पर ध्यान न देने का आग्रह करते हैं।’