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कहते हैं विश्लेषक

Last Updated- December 10, 2022 | 12:21 AM IST

एसीसी

सिफारिश : 532 रुपये
मौजूदा भाव : 538.05 रुपये
लक्ष्य : 422 रुपये
गिरावट : 21.6 प्रतिशत
ब्रोकर : इंडिया इन्फोलाइन
वर्ष 2008 की चौथी तिमाही में एसीसी सीमेंट का साल दर साल उत्पादन 7 फीसदी बढ़ा। वर्ष 2009 में इसके उत्पादन में इजाफा जारी रहने की संभावना है। वैसे इसके उत्पादन विकास में वर्ष 2010 से सुधार आने की उम्मीद है जब कंपनी बाड़गढ़ (1.3 एमटीपीए) और वाडी (3 एमटीपीए) में अपने विस्तार को पूरा कर लेगी।
संभावना जताई जा रही है कि इस विस्तार के बाद वर्ष 2009 और 2010 के लिए इसके उत्पादन में क्रमश: 7 फीसदी और 10 फीसदी का इजाफा हो जाएगा। वर्ष 2008 की चौथी तिमाही में प्रति टन सीमेंट की वसूली में साल दर साल 3.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन तिमाही दर तमाही के हिसाब से इसमें 4 फीसदी की गिरावट आई।
इससे साफ संकेत मिलता है कि बाजार भागीदारी बनाए रखने के लिए एसीसी ने बड़े डिस्काउंट की पेशकश की। लेकिन इससे भविष्य में कंपनी की वसूली में गिरावट आ सकती है। ब्रोकरेज ने आशंका जताई है कि कंपनी मुनाफे में कमी दर्ज करने वाली कंपनियों में शामिल होगी।
इसका शेयर अपनी 2009 की आमदनी के 1.9 गुना पीबी वी पर कारोबार कर रहा है। इसके शेयर में कमी करने की सलाह दी जाती है।
पीवीआर

सिफारिश : 88 रुपये
मौजूदा भाव : 88 रुपये
लक्ष्य : 180 रुपये
बढ़त : 104.5 प्रतिशत
ब्रोकर : केआर चोकसी
वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही के लिए कंपनी की कुल बिक्री साल दर साल 17 फीसदी की बढ़त के साथ 78.4 करोड़ रुपये रही जो एफऐंडबी आय, नई परिसंपत्तियों और विज्ञापन से राजस्व योगदान पर आधारित है।
इसकी ऑक्यूपेंसी दर यानी सिने प्रेमियों की आवक में साल दर साल 580 बीपीएस यानी 5.8 फीसदी की गिरावट आई, लेकिन वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही में यह 2 फीसदी तक की बढ़त के साथ 34.7 फीसदी पर पहुंच गई।
हालांकि प्रति दर्शक खर्च साल दर साल के लिहाज से 16 फीसदी तक बढ़ कर 37 रुपये पर पहुंच गया जिसमें से 6 फीसदी की बढ़ोतरी मौजूदा प्रॉपर्टीज से संबद्ध थी और बाकी बढ़ोतरी नई प्रॉपर्टीज, जिनमें पीवीआर प्रीमियर शामिल है, पर आधारित थी। औसतन टिकट कीमत भी साल दर साल 7.7 फीसदी की बढ़त के साथ 140 रुपये हो गई।
ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2009 की चौथी तिमाही में पीवीआर तेज विकास दर्ज करेगी। इसके मल्टीप्लेक्सों में दिल्ली-6, बिल्लू बार्बर और देव डी जैसी फिल्मों के साथ-साथ स्लमडॉग मिलियनेयर, विक्टरी और राज जैसी फिल्मों की रिलीज को लेकर सिने प्रेमियों की तादाद में इजाफा होने की उम्मीद काफी बढ़ गई है।
इसके अलावा वित्त वर्ष 2009 की चौथी तिमाही में पीवीआर गुड़गांव के एम्बिएंस मॉल में 24-लेन बोलिंग अलय सेंटर खोलेगी जिससे उसे अपने राजस्व मॉडल में विविधता लाने में मदद मिलेगी। 88 रुपये की कीमत पर इसका शेयर वित्त वर्ष 2009 की ईपीएस 10.9 रुपये के 8.1 गुना पर कारोबार कर रहा है। इसकी खरीद बरकरार रखने की सलाह दी जाती है।
महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा

सिफारिश : 291 रुपये
मौजूदा भाव : 274.15 रुपये
लक्ष्य : 264 रुपये
गिरावट : 3.7 प्रतिशत
ब्रोकर: एमकी
महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा (एमऐंडएम) ने वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही में उत्पादन साल दर साल 23 फीसदी की गिरावट के साथ 61,225 यूनिट दर्ज किया है। इसकी औसतन वसूली 7.3 फीसदी की बढ़त के साथ साल दर साल 409,352 रुपये रही।
हालांकि कंपनी ने यूवी सेगमेंट में कीमतों में कोई बड़ा इजाफा नहीं किया, लेकिन इसके ट्रैक्टर लगभग 12 फीसदी से 15 फीसदी के मूल्य निर्धारण फेरबदल के गवाह रहे। कंपनी उत्पाद शुल्क में कटौती का लाभ भी पूरी तरह से उठाने में विफल रही है।
इसकी कुल बिक्री 2,520 करोड़ रुपये दर्ज की गई। कंपनी की ईबीआईडीटीए 320 करोड़ रुपये रही जो अपेक्षा से 8 फीसदी कम है। इसके शुद्ध मुनाफे में साल दर साल 85 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है।
85 फीसदी की गिरावट के साथ यह शुद्ध मुनाफा 37.7 करोड़ रुपये है। शुद्ध मुनाफे में गिरावट की बड़ी वजह वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही में संभावित निर्यात के लिए इसके ठेकों को रद्द किया जाना है।
ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2009 और वित्त वर्ष 2010 के अनुमानों में क्रमश: 16 फीसदी (620.5 करोड़ रुपये) और 4 फीसदी (796.8 करोड़ रुपये) तक का संशोधन किया है। इसके शेयरों को घटाने की सलाह दी जाती है।
लैंको इन्फ्राटेक

सिफारिश : 112 रुपये
मौजूदा भाव : 111.65 रुपये
लक्ष्य : 279 रुपये
बढ़त : 149.9 प्रतिशत
ब्रोकर : एंजेल ब्रोकिंग
वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही के दौरान कंसोलिडेटेड आधार पर लैंको ने 1,820 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया जो सालाना आधार पर शानदार 143 फीसदी की बढ़त को दर्शाता है। इसका कंस्ट्रक्शन सेगमेंट 176 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,043 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इसके बाद पावर सेगमेंट 115 फीसदी की बढ़त के साथ 910 करोड़ रुपये रहा। बिजली कारोबार मोर्चे पर लैंको इलेक्ट्रिक ने 520 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया जो साल दर साल आधार पर 183 फीसदी की बढ़त है। लेकिन कंपनी ने वित्त वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही के दौरान ईबीआईटीडीए में 12.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 23.1 फीसदी थी।
कुल मिला कर कंपनी ने मजबूत ऑर्डर बुक की बदौलत राजस्व में अच्छा इजाफा दर्ज किया। कंपनी ने संबद्ध तिमाही के दौरान 322 करोड़ रुपये के ठेके हासिल किए। 30 दिसंबर, 2008 को कंस्ट्रक्शन एवं ईपीसी सेगमेंट का ऑर्डर बुक 11,335 करोड़ रु. था।
ब्रोकिंग फर्म ने लैंकों के शेयर की कीमत सम-ऑफ पाट्र्स आधार पर 279 रुपये आंकी है। इसमें ईपीसी बिजनेस, पावर बिजनेस, रियल एस्टेट और बीओटी के मूल्यांकनों को शामिल किया गया है।
सीऐंडसी कंस्ट्रक्शंस

सिफारिश : 100 रुपये
मौजूदा भाव : 102 रुपये
लक्ष्य : उपलब्ध नहीं
ब्रोकर : एडलवाइस
सीऐंडसी कंस्ट्रक्शंस ने वित्त वर्ष 2009 की दूसरी तिमाही के दौरान शानदार 90 फीसदी की राजस्व बढ़ोतरी दर्ज की। कंपनी ने इस अवधि में 164 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। इसकी ईबीआईटीडीए मार्जिन तिमाही दर तिमाही के आधार पर 40 बेसिस प्वाइंट यानी 0.4 फीसदी की बढ़त के साथ 19.6 फीसदी रही।
हालांकि वस्तुओं की कीमतों में नरमी आने की वजह से इस मार्जिन में साल दर साल आधार पर 0.6 फीसदी की कमी आई। इसका पूंजी खर्च नियंत्रण में बना रहा। इसका पीएटी मार्जिन तिमाही दर तिमाही आधार पर 1.4 फीसदी की बढ़त के साथ 5.2 फीसदी रहा।

First Published - February 8, 2009 | 8:58 PM IST

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