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बेहतर पोर्टफोलियो बनाने का सही समय

Last Updated- December 09, 2022 | 2:57 PM IST

इस साल सितंबर में स्मार्ट पोर्टफोलियो की शुरुआत केबाद से बेंचमार्क सूचकांक बीएस 200 में 37.38 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।


वहीं एनम डायरेक्ट के फंड प्रबंधक कश्यप पुजारा के पोर्टफोलियो में अभी तक 16.24 फीसदी तक  की गिरावट देखी गई हे। पुजारा से रेक्स केनो ने उनकी मौजूदा निवेश नीति, वैश्विक मंदी के प्रभाव और निवेशकों को दी जानेवाली सलाह के बारे में बातचीत की। पेश है  बातचीत के प्रमुख अंश:

वैश्विक संकट के कारण आपने अपनी रणनीति में कोई परिवर्तन किया है?

हमारी लघु अवधि की निवेश की रणनीति अपेक्षाकृत ज्यादा परंपरागत रही है। यह बात हमारे पोर्टफोलियो में जमा नकदी के स्तर से साफ नजर आता है।

हालांकि आर्थिक मंदी को लेकर चिंताएं तो सता रही है लेकिन इसके बावजूद हमें  कारोबार विकास की दर 6-7 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद है।

इसके अलावा भारत में दीर्घ अवधि के विकास की कहानी को निर्धारित करने वाली खपत और निवेश को कोई क्षति नहीं पहुंचेगी। हालांकि लघु अवधि ?में अपने नकदी को लेकर सतर्कता बरतने के बावजूद बेहतर प्रदर्शन करनेवाली कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।

हालांकि अपने पोर्टफोलियो में नकदी को सतर्कता पूर्वक जमा करने के बावजूद भी यह समय उन कंपनियों में दीर्घ अवधि के निवेश केलिए उपयुक्त है जिनके आनेवाले समय में बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना है।

आनेवाले समय में आपकी रणनीति क्या होगी?

सुरक्षा और एहितयात को लेकर जो कदम उठाए जा रहे हैं उससे पूंजी का प्रवाह गलत दिशा में हो रहा है। पूंजी का प्रवाह विकासशील अर्थव्यवस्था से बाहर की ओर होता नजर आ रहा है।

दीर्घ अवधि में पूंजी का प्रवाह उन परिसंपत्तियों में होगा जो बेहतर रिटर्न देते हैं और जिनमें तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं और विकासशील देशों में निवेश को अपनी तरफ आकर्षित करने की क्षमता ज्यादा अधिक होगी।

हमारी रणनीति निश्चित रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में भागीदारी करने की होगी।  लोगों को एक बात जरूर समझनी चाहिए कि कारोबार में हमेशा एकरूपता नहीं रही है और विस्तार और मंदी का दौर तो चलता रहता है। मौजूदा समय दीर्घ अवधि के लिहाज से बेहतर पोर्टफोलियो बनाने का है।

फिलहाल हम निश्चित तौर पर उन कंपनियों में निवेश करते रहेंगे जिनके लिए आनेवाले समय में विकास की बेहतर संभावनाएं दिखाई दे रही हैं।

किन शेयरों के कारोबार से आपको फायदा पहुंचा है और किनसे नुकसान?

अभी तक मैंने पूर्ण रूप से निवेश नहीं किया है और इसलिए अभी कुछ भी कहने केलिए यह उपयुक्त समय नहीं है। पोर्टफोलियो में ज्यादा नकदी होना हमारी रणनीति का ही एक हिस्सा है और किसी खास जल्द आनेवाले समय में पूर्ण रूप से निवेश करने के लिए है।

आनेवाले समय में किन क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहतर रहेगा और क्यों?

जब अर्थअव्यवस्था में मंदी का दौर रहता है तो उस समय सामान्य तौर पर यह देखा गया है कि पूंजी का प्रवाह तेजी से बढ़ता है लकिन उनकी वापसी ठीक ढ़ंग से नहीं हो पाती है। हालांकि महंगाई के स्तर में कमी आने और ब्याज दरों में की जा रही कटौती के बाद पूंजी वापसी में तेजी आएगी।

ऐसे समय में सामान्य तौर पर शेयर निवेश करने केलिहाज से बहुत उपयुक्त होती है। जहां तक क्षेत्रवार प्रदर्शन की बात है तो कमोडिटी, बैंकिंग और ब्याज दरों में कटौती से सीधे प्रभावित होनेवाले क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना है।

निवेशकों को आप क्या सलाह देना चाहेंगे?

बांड पर मिलनेवाले मुनाफे के 5-6 फीसदी के स्तर पर पहुंचने के साथ ही बांड पीई 20 गुना नजदीक पहुंच गया है। आनेवाले समय में पीई के 11 गुना के स्तर पर रहने की क्या संभावना है। इस लिहाज से ऐसी संभावना बन रही है जिसमें कम जोखिम वाले शेयरों की खरीदारी ज्यादा होगी।

हालांकि आगे चलकर कीमतों के बीच का अंतर कम हो सकता है। निवेशकों को मेरी सलाह है कि वे निवेश करने से पहले अपनी रणनीति पूरी तरह से तैयार कर लें ।

क्योंकि शेयरों की कीमतों में सुधार होने का यह मतलब नहीं कि यह निवेश करने का एक अवसर है। अपनी पोर्टफोलियो में विविधता लाने का प्रयास करें ताकि  जोखिम की संभावना को कम किया जा सके।

First Published - December 28, 2008 | 10:35 PM IST

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