रसायन और दवा क्षेत्र के मिडकैप व स्मॉलकैप शेयर पिछले एक महीने में सबसे ज्यादा लाभ हासिल करने वालों में शामिल रहे। एचडीएफसी सिक्योरिटीज की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र की मशहूर कंपनियों में से ज्यादातर ने अप्रैल के मध्य से अब तक 20 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की है। उनके मुताबिक, इस बढ़ोतरी की वजह अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की तरफ से अपनाई गई चीन प्लस वन रणनीति, आपूर्ति अवरोध के कारण जिंस की ज्यादा लागत और कोविड संबंधी दवाओं की मांग में बढ़ोतरी थी। कुछ शेयरों में हालांकि बढ़ोतरी आगे भी कायम रह सकती है और खबरों के आधार पर आगे बढऩे वाले अन्य शेयर अपने फंडामेंटल से आगे निकल गए हैं, लिहाजा विश्लेषकों का मानना है कि ये आने वाले समय में या तो टूट सकते हैं या फिर एकीकृत हो सकते हैं।
दवा कंपनियों के शेयरों में तेजी इसलिए भी रही क्योंकि निवेशकों ने महामारी के बीच रक्षात्मक ठिकाना खोजा और कुछ स्मॉलकैप कंपनियों में से कुछ के शेयर आकर्षक मूल्यांकन पर उपलब्ध थे। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि फॉम्र्युलेशन, एपीआई और फार्मा आउटसोर्सिंग के क्षेत्र में रही कंपनियों का परिदृश्य विकसित व उभरते बाजारों, दोनों जगह मजबूत बने हुए हैं। हालिया तेजी के बाद हालांकि हेल्थकेयर शेयरों की ट्रेडिंग अब 10 साल के औसत के मामूली प्रीमियम पर हो रही है।