गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को धन की उपलब्धता संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसकी वजह से पिछले 2 वित्त वर्षों में उनके तेज विस्तार की तुलना में वृद्धि सुस्त रह सकती है। रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट में यहअनुमान लगाया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान एनबीएफसी के प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) में वृद्धि दर घटकर 13 से 15 प्रतिशत के बीच रह सकती है, जो इसके पहले के वित्त वर्ष के 18 प्रतिशत से कम है। वृद्धि की राह में सबसे बड़ी चुनौती ऋण देने के लिए धन जुटाने को लेकर रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एयूएम के विस्तार के लिए अनुमानित बढ़े ऋण के वित्तपोषण की जरूरत 5.6 से 6 लाख करोड़ रुपये के बीच होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उल्लेखनीय मांग और कर्ज की जरूरतें पूरी न किए जा सकते के बीच एनबीएफसी के एयूएम में वृद्धि की रफ्तार सुस्त रहने की संभावना है, अगर इसके लिए धन जुटाने में दिक्कत आती है, जैसा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देखा गया है।