केंद्रीय वित्त मंत्रालय को कैलेंडर वर्ष 2025 में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख वित्तीय संस्थानों में शीर्ष 25 पदों के लिए अभ्यर्थियों को चिह्नित करने की जरूरत होगी।
इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक, एलआईसी के चेयरमैन, इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) के एमडी और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एमडी का पद शामिल है।
इसके लिए फाइनैंशियल सर्विसेज इंस्टीट्यूशंस ब्यूरो (एफएसआईबी) अभ्यर्थियों की सूची बनाने व साक्षात्कार आयोजित करने का काम करेगा। उसके बाद सूची को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) के पास अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की प्रबंध निदेशक और सीईओ ए मणिमेखलाई का कार्यकाल 2 जून, 2025 को पूरा हो रहा है। वह जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (जीआईसी रे) के निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल रही हैं। उनका कार्यकाल समाप्त होने पर दोनों पद खाली होने हैं।
इसी तरह से एलआईसी के एमडी और सीईओ सिद्धार्थ मोहंती का कार्यकाल इस साल 7 जून को समाप्त हो रहा है। मोहंती को पिछली जुलाई में एक्सटेंशन मिला था और जून 2025 तक उनका कार्यकाल है। इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पद्मनाभन राजा जयशंकर का कार्यकाल 28 मई को पूरा हो रहा है। इस साल पंजाब ऐंड सिंध बैंक के एमडी और सीईओ का पद भी भरा जाना है, क्योंकि स्वरूप कुमार साहा का कार्यकाल 2 जून, 2025 को पूरा हो रहा है।
इन पदों पर नियुक्ति के लिए एफएसआईबी उचित अभ्यर्थियों की तलाश करता है और अपनी सिफारिश वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग को भेजता है। वित्त मंत्रालय इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति के सामने पेश करता है। नियुक्ति समिति द्वारा नियुक्ति को मंजूरी मिलने के बाद कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) सफल उम्मीदवार का नाम अधिसूचित करता है।
कुछ सरकारी बैंकों के गैर कार्यकारी चेयरमैन के पद भी खाली होने जा रहे हैं। केनरा बैंक के गैर कार्यकारी चेयरमैन विजय श्रीरंगन ने 7 नवंबर, 2022 को पद संभाला था और उनका कार्यकाल 6 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है। पंजाब नैशनल बैंक के गैर कार्यकारी चेयरमैन केजी अनंतकृष्णन का कार्यकाल भी 6 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है।