भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एचडीएफसी बैंक पर नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रोक मंगलवार को हटाई और आज आज इस ऋणदाता ने कहा कि ‘क्रेडिट कार्ड श्रेणी में अपनी अग्रणी स्थिति को और मजबूत करने’ के लिए उसके पास संसाधन और योजनाएं तैयार हैं और वह ‘धमाकेदार वापसी’ करेगा। बैंक ने कहा, ‘हम अगले कुछ महीनों में न केवल मौजूदा कार्ड बल्कि सह-ब्रांड कार्ड और साझेदारियों के रूप में नई पेशकशों के संग बाजार में पूरे जोश के साथ उतरेंगे।’
एचडीएफसी बैंक के प्रबंधन निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी शशिधर जगदीशन ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा कि बैंक के पास प्री-अप्रूव्ड और प्री-स्क्रब्ड ग्राहकों का पूरा समूह है, जिसे वह पिछले कुछ महीनों में आक्रामक तरीके से अपने साथ जोड़ रहा था।
रिजर्व बैंक ने एचडीएफसी बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक रखा था, जो रोक कल हटा ली गई। मगर नई डिजिटल पहल शुरू करने से बैंक को अभी रोका गया है। केंद्रीय बैंक ने एचडीएफसी बैंक में बार-बार तकनीकी दिक्कत आने के कारण पिछले साल दिसंबर में प्रतिबंध लगाए थे। बैंक ने एक्सचेंज को दी सूचना में कहा, ‘हम लगातार आरबीआई के संपर्क में रहेंगे और और सभी मानकों पर अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।’
एचडीएफसी बैंक का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर आज शुरुआती कारोबार में ऊंचाई पर रहा, लेकिन मुनाफावसूली के कारण 0.13 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 1,512.90 रुपये पर बंद हुआ। पिछले साल नवंबर के आखिर में एचडीएफसी बैंक के बाजार में 1.53 करोड़ क्रेडिट कार्ड थे। यह संख्या इस साल जून के आखिर में घटकर 1.48 करोड़ ही रह गई। इसके बावजूद एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड में सबसे आगे बना हुआ है। मगर पिछले कुछ महीनों में अन्य बैंकों की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है। जगदीशन ने लिखा, ‘हां, हमने पिछले 9-10 महीनों के दौरान ग्राहक बाजार हिस्सेदारी गंवाई है। लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि हम इसे फिर हासिल कर लेंगे और आने वाले समय में ग्राहक बाजार और राजस्व बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएंगे।’
इस रोक की वजह से दिसंबर से जून के बीच बैंक ने 5,58,545 क्रेडिट कार्ड गंवा दिए, जबकि इसके प्रतिस्पर्धियों आईसीआईसीआई बैंक ने 13,23,733, एसबीआई काड्र्स ने 7,48,707 और ऐक्सिस बैंक ने 2,52,145 बढ़ाए। इसके अलावा हाल की तिमाहियों के दौरान बैंक की शुल्क आमदनी या शुद्ध ब्याज आमदनी (एनआईआई) में भी नरमी रही क्योंकि यह श्रेणी बैंक की कुल फीस आमदनी में करीब 25 से 33 फीसदी योगदान देती है। एक रिपोर्ट में मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि त्योहारी सीजन से पहले आरबीआई का रोक हटाना बैंक के लिए फायदेमंद रहेगा और उसका मानना है कि अगले कुछ महीनों के दौरान क्रेडिट कार्ड को लेकर ज्यादा जोश दिखाएगा।