कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने ऊपर बकाया राशि के लिए एक बार फिर अपने 150 करोड़ रुपये के आकस्मिक जमा राशि (कंटीजेन्सी रिवर्ज) का इस्तेमाल करेगा। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2008-09 में संगठन के ऊपर करीब 139 रुपये का बोझ अनुमान है लगाया जा रहा है।
ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने वित्त वर्ष 2008-09 के खाताधारकों के लिए 8.5 फीसदी का ब्याज देने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी संगठन ने अपने करीब 4.2 करोड़ खाताधारकों को इतने का ही ब्याज दिया था।
संगठन ने अपने ऊपर बकाया राशि के भुगतान का जो रास्ता अपनाया है वह भी पिछले दो सालों में किए गए उपायों की तरह ही है। अगर ईपीएफ 8.39 फीसदी का ब्याज देती है ता उस स्थिति में देने की स्थिति में इस पर बोझ बढना तय माना जा रहा है।
इस बाबत ईपीएफ आयुक्त के चंद्रमौली ने कहा कि अगर फंड 8.39 फीसदी के ब्याज का भुगतान करता है तो इस पर 139 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। चंद्रमौली ने कहा कि इस राशि का निपटारा कंटीजेन्सी रिजर्व से किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कंटीजेन्सी रिजर्व ईपीएफ द्वारा अपनी जमा राशि पर अर्जित ब्याज है जिसका इस्तेमाल अपात स्थिति में किया जाता है।