facebookmetapixel
मोतीलाल ओसवाल ने इन 5 स्टॉक्स पर दी BUY रेटिंग, 1 साल में 24% तक अपसाइड के टारगेटअदाणी पावर को एमपी सरकार से फिर मिला ऑर्डर, ₹21000 करोड़ करेगी निवेश; शेयर ने लगाई छलांगपूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे किनारे उद्योगों को मिलेगी रफ्तार, यूपी सरकार की बड़ी पहलसोने-चांदी में गिरावट के साथ शुरू हुआ कारोबार, MCX पर देखें आज का भावएल्युमीनियम उद्योग को नीतिगत समर्थन की जरूरत : हिंडाल्कोवैल्यूएशन पर नहीं बनी सहमति, हायर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने से पीछे हटा मित्तलIDBI बैंक ने Zee एंटरटेनमेंट के खिलाफ फिर दायर की याचिकाCEA नागेश्वरन का दावा: घरेलू सुधारों ने भारत को दी सुरक्षा, जीएसटी सुधार से बढ़ेगी खपतFitch ने भारत का GDP ग्रोथ अनुमान बढ़ाया, घरेलू मांग और निवेश को बताया सहारासंजय कपूर की पत्नी प्रिया को सभी संपत्तियों का खुलासा करने का निर्देश

सुरक्षित निधि से ईपीएफ पर ब्याज

Last Updated- December 10, 2022 | 2:02 AM IST

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने ऊपर बकाया राशि के लिए एक बार फिर अपने 150 करोड़ रुपये के आकस्मिक जमा राशि (कंटीजेन्सी रिवर्ज) का इस्तेमाल करेगा। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2008-09 में संगठन के ऊपर करीब 139 रुपये का बोझ अनुमान है लगाया जा रहा है। 
ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने वित्त वर्ष 2008-09 के खाताधारकों के लिए 8.5 फीसदी का ब्याज देने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी संगठन ने अपने करीब 4.2 करोड़ खाताधारकों को इतने का ही ब्याज दिया था।
संगठन ने अपने ऊपर बकाया राशि के भुगतान का जो रास्ता अपनाया है वह भी पिछले दो सालों में किए गए उपायों की तरह ही है। अगर ईपीएफ 8.39 फीसदी का ब्याज देती है ता उस स्थिति में देने की स्थिति में इस पर बोझ बढना तय माना जा रहा है।
इस बाबत ईपीएफ आयुक्त के चंद्रमौली ने कहा कि अगर फंड 8.39 फीसदी के ब्याज का भुगतान करता है तो इस पर 139 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। चंद्रमौली ने कहा कि इस राशि का निपटारा कंटीजेन्सी रिजर्व से किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कंटीजेन्सी रिजर्व ईपीएफ द्वारा अपनी जमा राशि पर अर्जित ब्याज है जिसका इस्तेमाल अपात स्थिति में किया जाता है।

First Published - February 23, 2009 | 10:20 PM IST

संबंधित पोस्ट