facebookmetapixel
Q2 Results: Tata Motors, LG, Voltas से लेकर Elkem Labs तक; Q2 में किसका क्या रहा हाल?पानी की भारी खपत वाले डाटा सेंटर तटीय पारिस्थितिकी तंत्र पर डाल सकते हैं दबावबैंकों के लिए नई चुनौती: म्युचुअल फंड्स और डिजिटल पेमेंट्स से घटती जमा, कासा पर बढ़ता दबावEditorial: निर्यातकों को राहत, निर्यात संवर्धन मिशन से मिलेगा सहारासरकार ने 14 वस्तुओं पर गुणवत्ता नियंत्रण आदेश वापस लिए, उद्योग को मिलेगा सस्ता कच्चा माल!DHL भारत में करेगी 1 अरब यूरो का निवेश, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग में होगा बड़ा विस्तारमोंडलीज इंडिया ने उतारा लोटस बिस्कॉफ, 10 रुपये में प्रीमियम कुकी अब भारत मेंसुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश: राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के 1 किलोमीटर के दायरे में खनन पर रोकदिल्ली और बेंगलूरु के बाद अब मुंबई में ड्रोन से होगी पैकेज डिलिवरी, स्काई एयर ने किया बड़ा करारदम घोंटती हवा में सांस लेती दिल्ली, प्रदूषण के आंकड़े WHO सीमा से 30 गुना ज्यादा; लोगों ने उठाए सवाल

साइबर हमलों से हो सकता है बैंकों की रेटिंग पर असर

Last Updated- December 12, 2022 | 4:27 AM IST

साइबर हमलों की घटनाओं से रेटिंग संबंधी कार्रवाई बढ़ सकती है क्योंकि इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं हैं और जटिल हो गए हैं। स्टैंडर्ड ऐंड पूअर्स के मुताबिक इससे खासकर छवि खराब होने व संभावित मौद्रिक नुकसान के कारण रेटिंग पर असर पड़ सकता है।
कोविड-19 के बाद डिजिटलीकरण और रिमोट वर्किंग बढ़ा है और इससे बैंकिंग क्षेत्र में साइबर अपराध की घटनाओं में तेजी आई है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि बैंंक और अन्य वित्तीय संस्थान साइबर अपराधियों के लिए सबसे आकर्षक निशाना हैं क्योंकि इसमें महत्त्वपूणी व्यक्तिगत आंकड़े होते हैं और किसी खास वित्तीय और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में इनकी अहम भूमिका होती है।  
जिन संस्थानों में प्रशासन कमजोर होता है और तैयारियां कम होती हैं, वे साइबर हमलों के मामले में ज्यादा भेद्य होते हैं। वित्तीय संस्थानों में हुई सार्वजनिक रूप से उपलब्ध साइबर अपराध की घटनाओं में सबसे ज्यादा मामले डेटा चुराने संबंधी हैं।

First Published - May 25, 2021 | 9:39 PM IST

संबंधित पोस्ट