Bank Holiday on 15 February 2025: देश में आमतौर पर तीसरे शनिवार को बैंक खुले रहते हैं, लेकिन इस बार 15 फरवरी 2025 को बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में कई ग्राहकों के मन में सवाल है कि आखिर इस दिन बैंक हॉलिडे क्यों है?
दरअसल, इस दिन मणिपुर की राजधानी इंफाल में बैंक बंद रहेंगे। अगर आप इंफाल में किसी बैंकिंग काम से बैंक जाने की सोच रहे हैं, तो पहले यह जरूर चेक कर लें कि आपका बैंक खुला है या नहीं।
15 फरवरी को मणिपुर में बंद रहेंगे बैंक, जानें वजह
मणिपुर में 15 फरवरी 2025 को बैंक बंद रहेंगे। इस दिन नागा समुदाय का लोई-नगाई-नी त्योहार मनाया जाता है, जिसके चलते राज्य में पब्लिक हॉलिडे घोषित किया गया है। इसके कारण बैंक, सरकारी दफ्तर और स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे।
अगर आपको बैंक से जुड़े जरूरी काम करने हैं, तो पहले ही निपटा लें। हालांकि, नेट बैंकिंग और डिजिटल सर्विस जारी रहेंगी, जिससे ऑनलाइन लेन-देन में कोई दिक्कत नहीं होगी। बैंक बंद होने की वजह से ग्राहकों को या तो पहले या बाद में अपना काम निपटाना होगा।
फरवरी में किस दिन बंद रहेंगे बैंक-
बुधवार, 19 फरवरी: बेलापुर, मुंबई और नागपुर में छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर बैंक बंद रहेंगे।
गुरुवार, 20 फरवरी: आइजोल और ईटानगर में राज्य दिवस के मौके पर बैंक बंद रहेंगे।
बुधवार, 26 फरवरी: महाशिवरात्रि पर अहमदाबाद, आइजोल, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, देहरादून, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू,
कानपुर, कोच्चि, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, रायपुर, रांची, शिमला, श्रीनगर और तिरुवनंतपुरम में बैंक बंद रहेंगे।
शुक्रवार, 28 फरवरी: लोसार के कारण गंगटोक में बैंक बंद रहेंगे।
31 मार्च को खुलेंगे बैंक: RBI का निर्देश, सरकारी लेनदेन होंगे जारी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी एजेंसी बैंकों को 31 मार्च 2025 (सोमवार) को खुला रखने का निर्देश दिया है। यह निर्देश उन बैंकों पर लागू होगा जो सरकारी लेनदेन संभालते हैं। हालांकि, 31 मार्च को अधिकतर राज्यों में रमजान-ईद (ईद-उल-फित्र) के कारण बैंक बंद रहने वाले थे, लेकिन अब वे खुले रहेंगे।
सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक आमतौर पर इस दिन बंद रहते, केवल हिमाचल प्रदेश और मिजोरम को छोड़कर। लेकिन RBI के निर्देश के बाद अब सभी बैंक 31 मार्च को सामान्य सेवाएं प्रदान करेंगे।
RBI का कहना है कि इस कदम का मकसद वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) की रिपोर्टिंग में किसी तरह की गड़बड़ी से बचना और सभी सरकारी लेनदेन को उसी अवधि में समायोजित करना है। इससे भुगतान, सरकारी रसीदें और अन्य वित्तीय गतिविधियों को समय पर पूरा किया जा सकेगा।