आंध्रा बैंक और केनरा बैंक ने भी अब अपनी जमा दरें बढ़ाने का फैसला कर लिया है। आंध्रा बैंक ने अपनी ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा करने का निर्णय लिया है।
यह जानकारी बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के रामाकृष्णन ने दी। हालांकि इस बारे में कोई औपचारिक निर्णय बैंक बोर्ड बुधवार को ही लेना है। उधर कैनरा बैंक का बोर्ड भी बुधवार की ही बैठक में इस आशय का फैसला ले सकता है।
रामाकृष्णन ने बताया कि दूसरे बैंक पहले ही इस बारे में निर्णय कर चुके हैं। इस स्थिति में बैंक के लिए भी यह करना जरूरी हो गया है। दरों को बढाने का ऐलान बुधवार को ही हो जाना है। संभवत: ये दरें 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ सकती हैं। आंध्रा बैंक केवल जमा दर में ही वृध्दि करने जा रहा है। उधार की दरों को बढ़ाने की उसकी कोई मंशा नहीं है।
उन्होंने मुद्रास्फीति से निपटने के रिजर्व बैंक के मौद्रिक उपायों पर कहा कि मुद्रास्फीति को निचले स्तर पर बनाए रखना आर्थिक विकास के लिए सबसे अहम है। इसके लिए नियामक को उचित कदम उठाना ही चाहिए। इसमें बैंकों की यह भूमिका है कि वे पसंदीदा सेक्टरों में क्रेडिट फ्लो बनाए रखें। सीएमडी के अनुसार हाल-फिलहाल वे जमा दरों के इजाफे पर ही कोई निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि छोटे और मझौले उद्योगों (एसएमई) को लोन देने से पहले बैंकों को ब्याज दरों को ध्यान में रखना चाहिए।
यही एसएमई ही उन क्षेत्रों में से एक है जिन पर ग्रोथ के लिए जिम्मेदार है। इस क्षेत्र के विकास के लिए दरों को कास्ट और जोखिम दोनों को कवर करना चाहिए। यह इतनी भी अधिक न हों कि इस क्षेत्र में डिफाल्टर की संख्या बढ़ने लगे। उधर, कैनरा बैंक बोर्ड की भी बैठक है। इसमें ब्याज दरों को बढ़ाने पर निर्णय हो सकता है। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार बैठक में जमा और उधार दोनों दरों को बढाने पर बात होगी।
ज्ञातव्य है कि मंगलवार को विजया बैंक ने अपनी जमा दरों में 30 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर अपनी दो वर्ष की सावधि जमा पर मौजूदा दरों को 8.80 फीसदी कर दिया था। ज्ञातव्य है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सीआरआर की दरों में 25 बेसिस प्वाइंट के इजाफे के बाद अब तक यस बैंक और जम्मू कश्मीर बैंक ने अपनी प्रमुख उधार दरों को बढ़ा चुके हैं।