भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संसद के उच्च सदन राज्य सभा में बहुमत के काफी करीब पहुंच गया है। हाल में राज्य सभा की 56 सीट के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा को सभी सीट पर जीत हासिल हुई है। जिन 56 सीट के लिए चुनाव हुए उनमें 28 भाजपा के पास थी और दोबारा इन पर पार्टी की जीत पहले से तय मानी जा रही थी। मगर उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में हुए उलटफेर से भाजपा की झोली में राज्य सभा की दो और सीट आ गईं। इस तरह, ताजा चुनाव में पार्टी की झोली में कुल 30 सीट आ गई।
अप्रैल में नए सदस्यों के शपथ लेने के बाद संसद के ऊपरी सदन में भाजपा की सीटों की संख्या बढ़कर 96 हो जाएगी। इस तरह, राजग के सांसदों की संख्या 117 हो जाएगी। राज्य सभा में कुल 245 सीट हैं मगर इस समय 5 सीट (जम्मू कश्मीर में 4 और 1 मनोनीत) रिक्त हैं। राज्य सभा में बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए राजग को चार और सीट की दरकार है।
राज्य सभा में 11 मनोनीत सदस्यों में पांच ने स्वयं को भाजपा का सांसद बताया। इनमें गुलाम अली, राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी शामिल हैं। अली का कार्यकाल 2028 में जबकि शेष चार का 2024 में समाप्त हो रहा है। रंजन गोगोई, पी टी उषा और इलैयाराजा सहित बाकी बचे छह सांसदों का किसी दल से वास्ता नहीं है। इस श्रेणी में एक सीट खाली है।