होटल उद्यमियों को चुनाव के दौरान प्रचार के लिए आने वाले नेताओं से कारोबार बढ़ने की उम्मीद इस बार पूरी होती नहीं दिख रही है। दिल्ली होटल व गेस्ट हाउस ऑनर्स एसोसिएशन के चेयरमैन संदीप खंडेलवाल ने बताया कि चुनाव में नकदी पर सख्ती से नकद में भुगतान करने वाले बाहरी राज्यों के कारोबारी नहीं आने से बुकिंग कम होने से उद्यमी नुकसान में हैं। गिरती बुकिंग से उद्यमी किराये में 20 से 25 फीसदी छूट देने को मजबूर हैं।
फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष भरत मलकानी कहते हैं कि फिलहाल चुनाव की वजह से इंडस्ट्री को कोई बूम नहीं है अगर किसी बड़े नेता के दौरे से अगर 100 कमरे बुक भी हो जाते हैं तो इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
होटल्स ऐंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया के चेयरमैन (मध्य प्रदेश) सुमित सूरी ने बताया कि पिछले सालों से तुलना करें तो इस वर्ष चुनावी मौसम में होटलों की बुकिंग में कोई तेजी नजर नहीं आ रही है।
हवाई संपर्क बेहतर होने से अब बड़े नेता होटल में आने के बजाय हवाई अड्डे से सीधे सभा स्थल पर जाते हैं और वहीं से वापस लौट जाते हैं। यूपी होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने बताया कि इस बार चुनाव के दो महीनों में कम से कम 2,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कारोबार प्रदेश भर में होने की संभावना है।