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गृहमंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो बड़ी साजिश: PM मोदी

Amit shah fake videos: प्रधानमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने को कहा, निर्वाचन आयोग से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का किया अनुरोध

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अर्चिस मोहन   
Last Updated- April 29, 2024 | 10:05 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी सोशल मीडिया पर गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और स्वयं उनके खिलाफ फर्जी वीडियो प्रसारित करने के लिए तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं।

महाराष्ट्र के सातारा में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘तकनीक का इस्तेमाल कर ये लोग मेरी आवाज में फर्जी वीडियो बना रहे हैं। इससे बड़ा खतरा पैदा हो रहा है। यदि ऐसा कोई वीडियो आपकी नजर से गुजरता है तो पुलिस को सूचना दें। इससे अगले एक महीने में कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश है।’

प्रधानमंत्री ने निर्वाचन आयोग से भी ऐसे फर्जी वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया, ‘मैं ये आरोप पूरी गंभीरता के साथ लगा रहा हूं। सामाजिक तनाव पैदा करने का खेल खेला जा रहा है, ताकि कोई अनचाही घटना हो जाए।’

प्रधानमंत्री ने ऐसे वीडियो को फॉरवर्ड करने से पहले सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि ऐसे मामलों में निर्दोष लोग फंसें।

राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से संबंधित एक डीप फेक और फर्जी वीडियो प्रसारित किया, ताकि चुनाव प्रक्रिया पटरी से उतर जाए। प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

इस मामले में दिल्ली और असम की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फर्जी वीडियो को प्रसारित करने के आरोप में असम में स्थानीय पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है, जबकि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को समन भेजा है। उन्होंने यह वीडियो एक्स पर शेयर किया था। पुलिस ने रेड्डी को जांच में शामिल होने के लिए 1 मई को बुलाया है।

कर्नाटक के सेदाम में कांग्रेस की रैली को संबोधित करते हुए रेड्डी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव जीतने के लिए अब तक केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे थे और अब उन्होंने दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे नोटिसों से घबराने वाले नहीं हैं।

बीते साल 17 नवंबर को नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के बारे में खासकर इसके दुरुपयोग को लेकर जागरूकता फैलाने को कहा था।

उन्होंने कहा था कि यदि ऐसी सामग्री को बिना जांचे-परखे आगे बढ़ाया गया तो इससे सामाजिक तनाव या गड़बड़ी पैदा हो सकती है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल एक ऐसे वीडियो का जिक्र किया जिसमें उन्हें गरबा करते दिखाया गया था।

सोशल मीडिया पर शाह के फर्जी वीडियो प्रसारित होने की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने एक्स समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पत्र लिख कर इस वीडियो के स्रोत के बारे में जानकारी साझा करने को कहा है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) द्वारा शाह के फर्जी वीडियो से संबंधित एक शिकायत दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने रविवार को इस संबंध में एक एफआईआर दर्ज की है।

फर्जी वीडियो में अमित शाह द्वारा तेलंगाना में मुस्लिमों के लिए धार्मिक आधार पर आरक्षण को खत्म करने के संकेत संबंधी वीडियो को बदल कर ऐसा बना दिया गया जिससे यह प्रतीत होता है कि वह सभी तरह के आरक्षण को खत्म करने की वकालत कर रहे हैं।

एफआईआर के अनुसार गृह मंत्रालय ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह पाया गया है कि कुछ फेसबुक और एक्स यूजर्स द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत पांच लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है। उन्हें 1 मई को पेश होने के लिए कहा गया है।

अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों से अपने फोन भी साथ लाने को कहा गया है, जिनसे ये वीडियो पोस्ट या शेयर किया गया।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में सोमवार को एक कांग्रेस कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी की पहचान 31 वर्षीय रीतम सिंह के रूप में हुई है, जो असम कांग्रेस से जुड़ा है।

निर्वाचन आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराने के बाद वैष्णव ने कहा,’गृहमंत्री शाह के डीपफेक और फर्जी वीडियो के जरिए कांग्रेस पूरी चुनावी प्रक्रिया को पटरी से उतारना चाहती है। हमने इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करा दी है। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो प्रसारित कर कांग्रेस लोगों के लिए भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहती है।’

First Published : April 29, 2024 | 10:05 PM IST