अधिकतर राष्ट्रीय दलों के सबसे गरीब प्रत्याशियों के पास किसी औसत भारतीय परिवार से भी कम संपत्ति है। माय नेता डॉट इन्फो के आंकड़े और निर्वाचन आयोग में दायर किए गए हलफनामों से विश्लेषण से पता चलता है कि साल 2021 के लोक सभा चुनावों के पहले और दूसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के रंजीत कुमार बालूस्वामी के पास सबसे कम संपत्ति है।
तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले बालूस्वामी के पास सिर्फ 23 हजार रुपये की चल संपत्ति है। इसकी तुलना में बसपा के सबसे अमीर उम्मीदवार सहारनपुर सीट से चुनाव लड़ने वाले माजिद अली हैं, जिने पास कुल 159 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
हलफनामे में दायर संपत्ति का कुल मूल्य माय नेता डॉट इन्फो पर जारी आंकड़ों से अलग हो सकता है। विश्लेषण में हलफनामे में दिए गए कुल मूल्य पर विचार किया गया है और प्रत्येक राष्ट्रीय दल से सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
ऑल इंडिया डेट ऐंड इन्वेस्टमेंट सर्वे 2019 के हालिया आंकड़े बताते हैं कि एक ग्रामीण परिवार के पास औसतन 15.9 लाख रुपये की संपत्ति थी जबकि प्रत्येक शहरी परिवार के पास 27.2 लाख रुपये की संपत्ति थी। प्रत्येक राष्ट्रीय दलों के अधिकतर गरीब उम्मीदवारों के पास औसत भारतीय की तुलना में भी कम संपत्ति है।
नैशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के माजेल अम्पारील लिंगदोह और आम आदमी पार्टी (आप) के ऋषिराज कौण्डिन्य इसके अपवाद हैं।
बालूस्वामी के बाद कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश ढांगर के पास सिर्फ 1.3 लाख रुपये की संपत्ति है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी वनलालहुमका 11 लाख रुपये की संपत्ति के साथ इसके बाद है।
टीएम थॉमस इस्साक के पास 13.4 लाख रुपये की संपत्ति है। नैशनल पीपुल्स पार्टी के माजेल अम्पारील लिंगदोह 2.2 करोड़ रुपये और आम आदमी पार्टी के ऋषिराज कौण्डिन्य के पास 2.9 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति के मालिक हैं।
कांग्रेस और बीजेपी के सबसे अमीर उम्मीदवारों के पास क्रमश: 716 करोड़ रुपये और 278 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
2019 के आम चुनाव में, बसपा उम्मीदवार द्वारका प्रसाद के पास सबसे कम संपत्ति 1,000 रुपये थी। भाजपा के कृष्णा जॉयदार के पास दूसरी सबसे कम संपत्ति 6,200 रुपये थी। इसके बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की गार्गी चटर्जी थीं, जिनकी संपत्ति 57,140 रुपये थी।