मतदान के आंकड़ों को देर से जारी करने और इनमें हेराफेरी की आशंका के आरोप लगाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बहुत ही सख्त जवाब दिया। आयोग ने कहा, ‘खरगे के आरोप जानबूझ कर भ्रम की स्थिति पैदा करने वाले हैं।’
खरगे को लिखे अपने जवाबी पत्र में आयोग ने कहा, ‘एक राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल के अध्यक्ष की ओर से निर्वाचन आयोग की चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इससे बड़ी संख्या में मतदाता अपने वोट डालने के प्रति उदासीन हो सकते हैं। यही नहीं, इससे चुनावी प्रक्रिया में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल टूट सकता है।’
बीते 7 मई को खरगे ने कथित रूप से मतदान आंकड़ों में हेराफेरी को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं को पत्र लिखकर आगाह किया था। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं से इसके विरोध में अपनी आवाज बुलंद करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि हमारा एकमात्र उद्देश्य शानदार लोकतंत्र की संस्कृति और संविधान की रक्षा करना है।
निर्वाचन आयोग के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पूरी तरह से वैध मुद्दे उठाए थे, जिस पर व्यापक चिंता जताई गई है और टिप्पणियां आई हैं। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी रमेश ने कहा, ‘इन मुद्दों का समाधान करने के प्रति निर्वाचन आयोग का दृष्टिकोण बेहद खेदजनक है।’राघव अग्रवाल