कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार में 30 लाख रिक्त सरकारी पदों को भरने और युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक कानून बनाने का शुक्रवार को आश्वासन दिया। तमिलनाडु में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है, तो युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए बड़े कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार में 30 लाख रिक्त पद हैं और ये नौकरियां युवाओं को प्रदान की जाएंगी। गांधी ने कहा कि सभी स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को लाभ पहुंचाने के लिए एक कानून ‘राइट टू अप्रेंटिसशिप’ संसद में पारित किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा के सांसदों ने खुले तौर पर कहा है कि अगर पार्टी केंद्र में सत्ता में बरकरार रही तो ‘वे संविधान बदल देंगे।’ राहुल ने आरोप लगाया कि दुनिया पहले भारत को लोकतंत्र के पथ-प्रदर्शक के रूप में देखती थी लेकिन अब धारणा बन रही है कि भारत का लोकतंत्र अब लोकतंत्र नहीं रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि ‘मोदी को केवल एक चीज की परवाह है, वह है ‘इस देश के वित्त और संचार प्रणाली (मीडिया के संदर्भ में) पर एकाधिकार करना।’ उन्होंने कहा कि देश को आज एक वैचारिक लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है।
राहुल ने कहा कि एक तरफ पेरियार ई वी रामासामी जैसे सुधारवादी नेताओं की सामाजिक न्याय, स्वतंत्रता और समानता की विचारधारा है, दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तथा प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के विचार हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी ‘एक राष्ट्र, एक नेता और एक भाषा’ के पक्षधर हैं। गांधी ने कहा कि उन्हें तमिलनाडु आना बहुत पसंद है और वे राज्य के लोगों से प्यार करते हैं।
उन्होंने तमिल संस्कृति, इतिहास और भाषा की प्रशंसा की। पेरियार, सीएन अन्नादुरई, कामराज और एम करुणानिधि समेत तमिलनाडु के नेताओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘आपने देश के बाकी लोगों को दिखाया है कि सामाजिक न्याय के रास्ते पर कैसे चलना है।’ उन्होंने कहा, इसलिए, जब कांग्रेस पार्टी ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा आयोजित करने का निर्णय लिया तो इसकी शुरुआत तमिलनाडु से की गई।