अर्थव्यवस्था

वित्त वर्ष-23 में टोल ऑपरेटरों के राजस्व में हो सकता है 16-18 फीसदी का इजाफा: क्रिसिल

Published by
राघव अग्रवाल
Last Updated- March 28, 2023 | 4:47 PM IST

महंगाई की दर ऊंची और ट्रैफिक में भारी बढ़ोतरी के कारण टोल रोड ऑपरेटरों के राजस्व में भारी इजाफा होने की उम्मीद है। मंगलवार को जारी रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में इन ऑपरेटर्स के राजस्व में 16-18 फीसदी की भारी वृद्धि का अनुमान है।

वित्त वर्ष-24 में भी राजस्व वृद्धि मजबूत हो सकती है लेकिन इसके पिछले वर्ष के मुकाबले कमजोर रहेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस वित्त वर्ष में राजस्व वृद्धि 9-11 फीसदी कम देखने को मिलेगी।

साल 2018 से, इस क्षेत्र को काफी बुरे दौर से गुजरना पड़ा है। इस दौरान वस्तु एवं सेवा कर (GST) का प्रभाव पड़ा और इसके साथ ही साथ महामारी के कारण कई प्रतिबंध और फिर सप्लाई चेन में रुकावट। इन सब वजहों के कारण वित्त वर्ष-18 से वित्त वर्ष-22 के बीच ट्रैफिक में सिर्फ 2-3 फीसदी की ही बढ़ोतरी देखी गई।

लेकिन वित्त वर्ष-23 में कॉमर्शियल वाहनों की मांग में काफी बढ़ोतरी हुई है और पर्सनल वाहनों में भी इजाफा देखा जा रहा है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वित्त वर्ष-23 में ट्रैफिक(यातायात) में भारी मात्रा में बढ़ोतरी होगी।

क्रिसिल ने बताया कि थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index-WPI) की महंगाई दर दिसंबर में 4.95 फीसदी के साथ थोड़ी कम देखी जा रही है। अगले वर्ष टोल रेट करीब 5 फीसदी तक पहुंच सकती है।

क्रिसिल रेटिंग के डाइरेक्टर आनंद कुलकर्णी ने कहा कि टोल रोड ऑपरेटरों का राजस्व वित्त वर्ष 23 में बढ़कर 10.5 फीसदी हो जाएगा, जो कि WPI के आधार पर बढ़ी मुद्रास्फीति की वजह से है। ट्रैफिक में भी करीब 5-7 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जिसकी वजह से यह सेक्टर मजबूत बना रहेगा, भले ही 2022 का वित्तीय आधार कमजोर रहा हो। ट्रैफिक में यह बढ़ोतरी आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूत बनाएगी, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग सफर करेंगे, छुट्टियां मनाएगे या बिजनेस के इरादे से यात्रा करेंगे।

First Published : March 28, 2023 | 4:47 PM IST