केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि भारत की जी 20 अध्यक्षता में क्रिप्टो करेंसी के जोखिम से निपटने के लिए एक समान ढांचा विकसित करने पर सर्वाधिक जोर दिया जाएगा। यह सीतारमण ने अमेरिकी थिंक टैंक में एक सवाल के जवाब में कहा।
सीतारमण ने कहा, ‘क्रिप्टो करेंसियों में कई बार गिरावट आई है। लिहाजा जी 20 में भारत की अध्यक्षता में क्रिप्टो करेंसियों पर विचार-विमर्श बेहद महत्त्वपूर्ण है। हम इस मुद्दे से निपटने के लिए सभी देशों की खातिर एक समान ढांचा विकसित करना चाहते हैं। हमें विश्वास नहीं है कि इससे सभी देश सहतम हों लेकिन कम से कम विचार-विमर्श हो।’ बीते साल क्रिप्टो करेंसी के सूचकांक एफटीएक्स दिवालिया हो गया था। इससे मार्केट में बिकवाली जबरदस्त ढंग से हुई थी और तरलता संकुचित हो गई थी। लिहाजा क्रिप्टो करेंसियों को जोखिम से बचाने का मामला प्रकाश में आया।
अभी सीतारमण अमेरिका की यात्रा पर हैं। उनका दौरा मंगलवार को शुरू हुआ और यह एक हफ्ते तक चलेगा। वे जी20 के वित्त मंत्रियों की बैठक के अलावा अन्य कई बैठकों में शामिल होंगी। उनसे सवाल पूछा गया कि भारत की जी 20 की अध्यक्षता में किन मुद्दों पर खासतौर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके जवाब में सीतारमण ने कहा कि मध्यम व कम आय वाले देशों के ऋण संकट पर सभी देशों को एकजुट करना भी शीर्ष प्राथमिकताओं में है। सीतारमण ने कहा कि भूराजनीतिक तनावों व महामारी के जारी रहने के दौर में भारत के पास जी 20 में मध्यम आय व कम आय वाले देशों के ऋण संकट पर सभी देशों को एकजुट करने का अवसर है।