बीते साल जुलाई के मुकाबले इस साल जुलाई में जीएसटी कलेक्शन 28 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1.49 लाख करोड़ पहुंच गया है। अप्रैल के 1.68 करोड़ के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि लगातार पांच महीने से जीएसटी कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ से अधिक हो रहा है।
सरकार के अनुसार जीएसटी कलेक्शन साल दर साल 35 फीसदी की दर से बढ़ रहा है जो एक बेहतर उछाल है। वित्त मंत्रालय का कहना है कि यह जीएसटी काउंसिल के द्वारा किए गए सुधारों तथा इसे आसान बनाने के लिए किए गए विभिन्न उपायों के कारण संभव हुआ। लगातार इसमें सुधार से जीएसटी राजस्व में भी बढ़ोतरी हो रही है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार जून में 7 करोड़ 45 लाख ई-वे बिल बनाए गए जो मई के 7 करोड़ 36 लाख से अधिक थे। अगर संपूर्ण जीएसटी राजस्व की बात करे तो इसमें केंद्रीय जीएसटी 25,751 करोड़, राज्य जीएसटी 32,807 करोड़ और एकीकृत जीएसटी 79518 करोड़ (वस्तुओं के आयात से प्राप्त 41,420 करोड़ सहित) तथा उपकर संग्रह 10,920 करोड़ (वस्तुओं के आयात से प्राप्त 995 करोड़ सहित) है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि सरकार ने केंद्रीय जीएसटी के लिए 32,365 करोड़ और राज्य जीएसटी के लिए 26,774 करोड़ रुपए तय किए हैं। नियमित निपटान के बाद जुलाई में केंद्र और राज्यों का कुल जीएसटी राजस्व केंद्रीय जीएसटी के लिए 58,116 करोड़ और राज्य जीएसटी के लिए 59,581 करोड़ है।
जुलाई में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले आयात से राजस्व में 48 फीसदी की वृद्धि हुई और घरेलू लेनदेन से होने वाले राजस्व में 22 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।