facebookmetapixel
Yearender 2025: टैरिफ और वैश्विक दबाव के बीच भारत ने दिखाई ताकतक्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए जरूरी अपडेट! नए साल से होंगे कई बड़े बदलाव लागू, जानें डीटेल्सAadhaar यूजर्स के लिए सुरक्षा अपडेट! मिनटों में लगाएं बायोमेट्रिक लॉक और बचाएं पहचानFDI में नई छलांग की तैयारी, 2026 में टूट सकता है रिकॉर्ड!न्यू ईयर ईव पर ऑनलाइन फूड ऑर्डर पर संकट, डिलिवरी कर्मी हड़ताल परमहत्त्वपूर्ण खनिजों पर चीन का प्रभुत्व बना हुआ: WEF रिपोर्टCorona के बाद नया खतरा! Air Pollution से फेफड़े हो रहे बर्बाद, बढ़ रहा सांस का संकटअगले 2 साल में जीवन बीमा उद्योग की वृद्धि 8-11% रहने की संभावनाबैंकिंग सेक्टर में नकदी की कमी, ऋण और जमा में अंतर बढ़ापीएनबी ने दर्ज की 2,000 करोड़ की धोखाधड़ी, आरबीआई को दी जानकारी

रिजर्व बैंक भी कदम उठाने को तैयार

Last Updated- December 05, 2022 | 5:30 PM IST

मुद्रास्फीति की दर उम्मीद से बहुत ज्यादा हो जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक भी इसे रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने को तैयार है।


रिजर्व बैंक के गवर्नर वाई वी रेड्डी ने कहा कि केंद्रीय बैंक महंगाई को रोकने के लिए पहल करने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है।रेड्डी ने एक व्याख्यान  में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘लेकिन कोई भी फैसला सावधानीपूर्वक ही उठाया जाएगा। यह ऐसी हालत में होगा, जब अन्य उपाय नाकाफी साबित होंगे।


तरलता को प्रबंधित करने के लिए हमारे पास तमाम हथियार मौजूद हैं। हमारे पास तमाम तरीके हैं और उसे प्रयोग करने में हमें कोई हिचकिचाहट नहीं होगी। तरलता का प्रबंधन मौद्रिक नीति का एक हिस्सा है और इस प्रबंधन को कुल मांग के मुताबिक किया जाता है।’


मुद्रास्फीति की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों, तेल और धातुओं खासकर स्टील के दाम बढ़े हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों के  समायोजन सहित, रेड्डी ने कहा कि सरकार आपूर्ति बढ़ाकर इस पर कुछ लगाम लगा सकती है। इसी समय, उन्होंने कहा, कुछ जरूरी पदार्थों के अंतरराष्ट्रीय कीमतों में बढ़ोतरी से भी भारत में इनकी कीमतें बढ़ी हैं।


गवर्नर ने कहा, ‘इस तरह से महंगाई के  बढ़ने में अंतरराष्ट्रीय कीमतों का भी दबाव है।’ मार्च के मध्य में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 6.68 प्रतिशत पहुंच गई है, जबकि रिजर्व बैंक ने इसे 5 प्रतिशत तक ही ‘सुरक्षित क्षेत्र’ माना था। रेड्डी ने कहा, ‘रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति की दर के प्रभाव के बारे में बहुत ही सचेत है। हम यह कोशिश करेंगे की मांग बनी रहे और आपूर्ति की ओर से प्रभावी कदम उठाए जाएं।’ 


कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाने पर वर्ष 2008-09 में विकास दर के कम होने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाए जाने में तालमेल बैठाने के बारे में रेड्डी ने कहा, ‘रिजर्व बैंक का मानना है कि भारत का विकास और स्थायित्व जारी रहेगा। आने वाले महीनों में भी भारत दुनिया में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले देशों में बना रहेगा।’

First Published - April 1, 2008 | 11:11 PM IST

संबंधित पोस्ट