भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 2000 रुपये का नोट को वापस लेने के फैसले से भारत की इकोनॉमी पर कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत (RBI Governor) ने सोमवार को यह बात कही।
गवर्नर दास ने पीटीआई के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ने कहा, “एक बात जो मैं आपको स्पष्ट रूप से बता सकता हूं वह यह है कि हम अभी जो 2,000 रुपये के नोट वापस ले रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई नेगेटिव प्रभाव नहीं पड़ेगा।”
इससे पहले, दास ने कहा था कि जब से 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने के फैसले की घोषणा की गई है, तब से सर्कुलेशन में मौजूद कुल करेंसी के दो-तिहाई से अधिक नोट सिस्टम में वापस आ गए हैं।
इससे पिछले सप्ताह दास ने कहा था, “पिछले सप्ताह के मध्य तक 3.62 लाख करोड़ रुपये के कुल 2000 रुपये के नोटों में से दो-तिहाई से अधिक या 2.41 लाख करोड़ रुपये बैंकों में वापस आ गए हैं।
बता दें कि केंद्रीय बैंक ने 19 मई को 2000 रुपये के सभी नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। आरबीआई ने कहा था कि मौजूदा कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के सभी गुलाबी नोटों को सर्कुलेशन से वापस लिया जाएगा। केंद्रीय बैंक ने 2018-19 में ही 2,000 के नोटों की छपाई बंद कर दी थी।