आम उपभोक्ता मोबाइल कंजेशन से परेशान रहता है। अब इसमें इस तिमाही से सुधार आ रहा है। यह अच्छी मोबाइल सेवा का संकेत है। दिसंबर
पीओआई आपरेटरों के बीच का इंटरकनेक्शन प्वाइंट है। जब कालें एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क को स्थानांतरित की जाती हैं तो यह मानक उपभोक्ता को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में संपर्क करने के लिए सक्षम बनाता है। यह दो नेटवर्को के बीच इंटरकनेक्शन के प्रभाव को भी प्रदर्शित करता है।
बाधारहित इंटरकनेक्शन सुनिश्चित करने के लिए ट्राई, विभिन्न सेवा प्रदाताओं के बीच पीओआई पर कंजेशन के स्तर पर नजर रखता है। दिसंबर 2007 के 315 पीओआई पर कंजेशन में 153 पीओआई पर कजेंशन 5 प्रतिशत से अधिक पाया गया है। सितंबर 2007 में यह आंकड़ा 158 का था। पीओआई की संख्या जिस पर कंजेशन 10 प्रतिशत से अधिक है, अब भी ज्यादा है।दिसंबर
2007 में यह 105 रहा, जबकि सितंबर में यह संख्या 111 थी। बुरी तरह से प्रभावित पीओआई (जहां कंजेशन स्तर 40 प्रतिशत से अधिक रही) की संख्या 26 थी, जबकि सितंबर में यह संख्या 37 थी। भारत संचार निगम लिमिटेड और प्राइवेट आपरेटरों के बीच कंजेशन वाले पीओआई की संख्या में गिरावट आई है। यह सितंबर 2007 के 217 की तुलना में दिसंबर 2007 में घटकर 203 रह गई है। इसी दौरान निजी आपरेटरों के बीच पीओआई कंजेशन सितंबर 2007 के 129 से घटकर दिसंबर 2007 में 108 रह गई है।