वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारत और फ्रांस के बीच पांच क्षेत्रों में व्यापक सहयोग की अपील की है। इन क्षेत्रों में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, अक्षय ऊर्जा, एयरोस्पेस और रक्षा, वाहन व बिजली चालित वाहन (ईवी) और डिजिटल तकनीक शामिल हैं।
भारत तेजी से अपने रक्षा क्षेत्र में विस्तार कर रहा है और केंद्र भारत में निर्माण के लिए दुनियाभर की कंपनियों को आमंत्रित कर प्रोत्साहन दे रहा है। इसके साथ ही इन कंपनियों को 100 फीसदी मालिकाना हक दे रहा है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में फ्रांस के साथ व्यापक सहयोग की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत की पेटेंट संरक्षित व्यवस्था में तकनीकी हस्तांतरण पर जोर नहीं दिया जाता है।
भारत विमानन क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। भारत ने 1,500 विमानों का ऑर्डर दिया है और यह ऑर्डर बढ़कर 2,000 विमान तक हो सकता है। उन्होंने फ्रांस के विमानन क्षेत्र को भारत में विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिए संभावनाएं तलाशने की गुजारिश की।
गोयल ने फ्रेंच फॉरेन ट्रेड एडवाइजर्स द्वारा आयोजित एशिया पैसिफिक आयोग (एपीएसी) 2024 में कहा कि दोनों देशों में एक साथ मिलकर तकनीकी नवाचार करने की संभावना है। मंत्री के मुताबिक भारत और फ्रांस के बीच वित्त वर्ष 2024 में द्विपक्षीय कारोबार 15 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया जिसमें भारत का निर्यात 7 अरब डॉलर और आयात 8 अरब डॉलर था।