अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत में मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए मौद्रिक नीति को सख्त करने पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सराहना की। IMF के मौद्रिक एवं पूंजी बाजार विभाग में उप खंड प्रमुख गार्सिया पास्क्वाल ने कहा, ‘मई से ही तय सीमा से ऊंचे स्तर पर बनी हुई मुद्रास्फीति से निपटने के लिए RBI ने मौद्रिक नीति को सख्त करके उचित ही किया है। जहां तक मुझे ध्यान है RBI ने दरों में 1.90 फीसदी की वृद्धि की है और हमारा मानना है कि मुद्रास्फीति को निश्चित स्तर तक लाने के लिए और सख्ती करनी होगी।‘
भविष्य में और सख्त होगी मौद्रिक नीति
IMF में वित्तीय परामर्शदाता एवं मौद्रिक तथा पूंजी बाजार विभाग में निदेशक तोबायस एड्रियन ने कहा, ‘मुद्रास्फीति RBI की तय सीमा से ऊपर बनी हुई है इसलिए हमारा अनुमान है कि आगे जाकर मौद्रिक नीति को और सख्त किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘वित्तीय स्थिरता की बात करें तो भारत में बैंकों और गैर बैंकिंग प्रणालियों में पहले से कुछ कमजोरियां हैं जो चिंता का विषय है। हमने कुछ समय पहले भारत में जो वित्तीय क्षेत्र आकलन कार्यक्रम किया था उसमें इन विषयों को उठाया था लेकिन इनमें से कुछ मुद्दे भारत में अब भी बने हुए हैं।’