IIP Data: आर्थिक मोर्च पर देश के लिए दोहरी खुशखबरी है। माइनिंग और बिजली सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन के दम पर इस साल अप्रैल में देश का औद्योगिक उत्पादन (IIP) पांच प्रतिशत बढ़ गया। वहीं, दूसरी तरफ आम जनता को महंगाई से भी राहत मिली है। बुधवार को सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक गतिविधियों का सूचक माना जाने वाला औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) अप्रैल महीने में पांच प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.6 प्रतिशत बढ़ा था।
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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की तरफ से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अप्रैल, 2024 में 3.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 5.5 प्रतिशत बढ़ा था। इस साल अप्रैल में खनन उत्पादन 6.7 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 10.2 प्रतिशत बढ़ा। इन दोनों क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन ने कुल औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाने में मदद की।
CPI-आधारित खुदरा महंगाई मई में घटकर एक साल के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर आ गई। कुछ खाद्य वस्तुओं की कीमतों में मामूली गिरावट से रिटेल इंफ्लेशन में कमी आई है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, फूड बॉस्केट में महंगाई मई में 8.69 प्रतिशत थी, जो अप्रैल में 8.70 प्रतिशत से थोड़ी कम थी। फरवरी 2024 से खुदरा महंगाई में क्रमिक कमी देखी गई है, हालांकि यह फरवरी में 5.1 प्रतिशत से लेकर अप्रैल 2024 में 4.8 प्रतिशत तक सीमित दायरे में रही। सरकार ने रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा है कि खुदरा महंगाई दोनों तरफ 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत पर बनी रहे।