अर्थव्यवस्था

GST में रिकॉर्ड तोड़ उछाल! अप्रैल में पहली बार ₹2.09 लाख करोड़ के पार, जानिए इसकी पूरी वजह

घरेलू लेनदेन और आयात दोनों से मिला जबरदस्त रेवेन्यू, 48% बढ़ा टैक्स रिफंड, निर्मला सीतारमण बोलीं – 'अर्थव्यवस्था की मजबूती का सबूत'

Published by
मोनिका यादव   
Last Updated- May 01, 2025 | 11:54 PM IST

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अप्रैल महीने में 9.1 फीसदी बढ़कर 2.09 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो किसी महीने अभी तक का सर्वाधिक राजस्व है। मार्च में जीएसटी प्राप्तियां 7.3 फीसदी बढ़ी थीं। अप्रैल में सकल जीएसटी राजस्व 12.6 फीसदी बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल 2025 में घरेलू लेनदेन से जीएसटी राजस्व 10.7 फीसदी बढ़कर 1.9 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि आयातित वस्तुओं से राजस्व 20.8 फीसदी बढ़कर 46,913 करोड़ रुपये रहा। बीते महीने जारी किया गया रिफंड भी 48.3 फीसदी बढ़कर 27,341 करोड़ रुपये रहा।

सरकार द्वारा जारी जीएसटी के अंतरिम आंकड़ों के आधार पर बिज़नेस स्टैंडर्ड की गणना के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 में किए गए लेनदेन से शुद्ध जीएसटी राजस्व में 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि होगी जबकि सकल प्राप्तियां 9.5 फीसदी बढ़ेंगी। वित्त वर्ष 2025 में आर्थिक गतिविधियों से शुद्ध राजस्व बढ़कर 19.73 लाख करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 18.26 लाख करोड़ रुपये था। अप्रैल में घरेलू लेनदेन पर 22.4 फीसदी ज्यादा रिफंड जारी किया गया जबकि निर्यातकों का जीएसटी रिफंड 86.1 फीसदी बढ़कर करीब 14,000 करोड़ रुपये रहा। कुल रिफंड 48.3 फीसदी रहा है जबकि मार्च में रिफंड 39.3 फीसदी रहा है।

डेलॉयट इंडिया में पार्टनर एमएस मणि ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों के दौरान रिफंड में वृद्धि का रुझान दर्शाता है कि ऑनलाइन रिफंड प्रक्रिया में अब काफी स्थिरता आ गई है।’ चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध जीएसटी संग्रह पिछले वित्त वर्ष के अंतिम महीने में मजबूत आर्थिक प्रदर्शन का संकेत देता है क्योंकि यह आंकड़ा मार्च 2025 में वस्तुओं एवं सेवाओं के लेनदेन से संबंधित हैं।

केंद्रीय वित्त एवं कंपनी मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘ये आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और सहकारी संघवाद की प्रभावशीलता को दर्शाते हैं।’ उन्होंने जीएसटी प्रणाली में भरोसा जताने के लिए करदाताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों और राज्य जीएसटी अधिकारियों के प्रयासों की भी सराहना की। तैयार माल का निर्यात बढ़ने के कारण आयात रिफंड में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसमें आयातित कच्चे माल भी शामिल हैं।

ईवाई के टैक्स पार्टनर सौरभ अग्रवाल ने कहा कि सरकार निर्यात की वस्तुओं में उपयोग किए जाने वाले आयातित कच्चे माल पर भुगतान किए गए जीएसटी का रिफंड दे रही है। इसलिए अप्रैल में आयात से राजस्व और निर्यातकों को रिफंड में वृद्धि अमेरिका द्वारा बराबरी के शुल्क की घोषणा किए जाने पहले निर्यात के सकारात्मक प्रभाव का संकेत देता है। केपीएमजी के पार्टनर एवं प्रमुख (अप्रत्यक्ष कर) अभिषेक जैन ने कहा कि अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह से सुधार एवं वृद्धि के जारी रहने का संकेत मिलता है।

First Published : May 1, 2025 | 11:54 PM IST