वित्त वर्ष 2020-21 में सरकार की उधारी संशोधित अनुमान (आरई) की तुलना में करीब एक प्रतिशत ज्यादा हो गई है। शुरुआत में उधारी 7.8 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान था, लेकिन कोविड के कारण लॉकडाउन और सरकार द्वारा राहत पैकेज दिए जाने के बाद यह बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गई। बहरहाल उधारी संशोधित अनुमान में आगे और बढ़कर 12.80 लाख करोड़ रुपये हो गई क्योंकि सरकार ने सब्सिडी में ज्यादा पारदर्शिता लाने की कवायद की। कर राजस्व के बावजूद संशोधित अनुमान में उधारी बढ़ गई जबकि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष दोनों ही करों का संग्रह संशोधित अनुमान की तुलना में कुछ ज्यादा रहा है।
