चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) के दौरान देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात 6.5 प्रतिशत बढ़कर 32.37 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वित्त वर्ष के अंत तक 40 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य आसानी से हासिल हो जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर रत्न एवं आभूषण क्षेत्र की जरूरत है और सरकार घरेलू वृद्धि के अलावा निर्यात प्रोत्साहन के लिए भी इस क्षेत्र पर खास ध्यान दे रही है।
गोयल ने कहा कि सरकार देश के रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है लिहाजा घरेलू एवं निर्यात वृद्धि दोनों पर ही खास ध्यान रहेगा। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र का योगदान सात फीसदी है और इसमें करीब 50 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि बजट 2022 ने इस क्षेत्र की वृद्धि और वैश्विक रत्न एवं आभूषण कारोबार में भारत की मौजूदगी बढ़ाने की राह प्रशस्त की है।
बजट में प्रस्तावित नीतियों से ई-कॉमर्स के जरिये निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा और छोटे विक्रेता भी इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार बनेंगे। गोयल ने कहा कि मुझे यकीन है कि यह क्षेत्र चालू वित्त वर्ष के अंत तक 40 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करने में सफल रहेगा। गत 31 जनवरी, 2022 तक इसका निर्यात 32 अरब डॉलर पर था। इस तरह मार्च के अंत तक रत्न एवं आभूषण निर्यात कोविड-पूर्व स्तर पर पहुंच जाएगा।
नवी मुंबई में आज से शुरू हुए चार-दिवसीय इंडिया इंटरनैशनल ज्वैलरी शो सिग्नेचर 2022 में 850 प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। इसमें अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, नेपाल, उज्बेकिस्तान और बांग्लादेश के कारोबारी भी आए हुए हैं। उद्योग संगठन रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले दस माह में शीर्ष 10 निर्यात वाले देशों में संयुक्त अरब अमीरात (41.50 फीसदी), बेल्जियम (15.81 फीसदी), जापान (12.20 फीसदी) और हांगकांग (3.06 फीसदी) शामिल हैं। यूएई के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) के क्रियान्वयन के बाद सोने और सोना जडि़त आभूषणों के निर्यात को और आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। परिषद ने सरकार से कहा है कि वह भारत से सोने, चांदी और प्लैटिनम के आभूषणों के निर्यात पर संयुक्त अरब अमीरात में पांच प्रतिशत के आयात शुल्क को समाप्त करने की बात उठाए। चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) के दौरान देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात 6.5 प्रतिशत बढ़कर 32.37 अरब डॉलर पर पहुंच गया।