भारत से ऑस्ट्रेलिया को होने वाले निर्यात उत्पादों में इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान, दवा में इजाफा हुआ है। सरकारी अधिकारियों के अनुसार भारत- ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग व व्यापार समझौते (ECTA) के तहत शुल्कों में मिली छूट के कारण इन वस्तुओं के निर्यात में मुख्य तौर पर इजाफा हुआ है। भारत-ऑस्ट्रेलिया ईसीटीए की शुरुआत एक वर्ष पूर्व 29 दिसंबर, 2022 को हुई थी।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इस कारोबारी समझौते में जिन उत्पादों को शुल्क में रियायत मिली है, उनका निर्यात बढ़ा है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने वक्तव्य में जानकारी दी कि यह व्यापार समझौता लागू होने के बाद ऑस्ट्रेलिया से भारत को होने वाले कृषि निर्यात में 50 फीसदी इजाफा हुआ है। इनमें भेड़ के मांस, समुद्री खाद्य, ब्रॉड बीन्स, सिट्रस और बादाम भी शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलिया का औद्योगिक निर्यात भारत को करीब 30 प्रतिशत बढ़ गया है जिसमें खासतौर पर दवा, लकड़ी व कागज और सर्जरी करके कान में लगाई जाने वाली मशीन ‘कोचलियर इंप्लांट’ हैं।
ऑस्ट्रेलिया के कारोबारियों ने जनवरी से सितंबर के दौरान भारत को होने वाले निर्यात में 15.2 अरब डॉलर के कम शुल्क का दावा किया। हालांकि भारत को उम्मीद है कि उसे ऑस्ट्रेलिया वरीयता मार्केट तक पहुंच मुहैया करवाएगा।
ईसीटीए लागू होने से पूर्व भी भेजे जाने वाले 51 प्रतिशत उत्पादों पर ऑस्ट्रेलिया शून्य आयात शुल्क लगाता था और यह 6,500 टैरिफ लाइन से जुड़ा था। समझौते होने के बाद दिसंबर 2022 से 3,185 टैरिफ लाइनों को घटाकर शून्य कर दिया गया। हालांकि कुछ उत्पादों में आयात शुल्क को घटाने में पांच वर्ष का समय लगेगा।