facebookmetapixel
G20 में PM मोदी ने AI के गलत इस्तेमाल पर जताई चिंता, कहा: निगरानी जरूरी, नहीं तो बन सकता है बड़ा खतरा58% भारतीय GCCs अब Agentic AI में कर रहे निवेश, टीमों में स्किलिंग भी तेज550% का मोटा डिविडेंड! कंप्रेसर बनाने वाली कंपनी ने निवेशकों पर लुटाया प्यार, रिकॉर्ड डेट इसी हफ्तेअमेरिकी पाबंदियों से रूसी सस्ते तेल के आयात में आ सकती है भारी गिरावट, 75% तक गिरने का अनुमानExplained: केंद्र सरकार चंडीगढ़ को पंजाब से ‘अलग’ करने के लिए विधेयक क्यों ला रही है?Market Outlook: रुपया, GDP और ब्रेंट क्रूड समेत इन बातों पर निर्भर करेगा बाजार का मूडMarket Cap: रिलायंस और एयरटेल की बड़ी छलांग, 7 दिग्गज कंपनियों की मार्केट वैल्यू में ₹1.28 लाख करोड़ की बढ़तटाटा मोटर्स PV CEO का दावा, इस साल घरेलू बाजार में बिक्री बढ़ेगी 5% तकDelhi Weather Update: दिल्ली-एनसीआर में जहरीली हवा का आतंक, कई इलाकों में AQI 400 पारIndiGo दिसंबर में BSE सेंसेक्स में होगी शामिल, Tata Motors को झटका! जानें क्या बदलेगा बाजार में

Current Account Deficit: चालू खाते का घाटा 1.5 फीसदी हुआ कम

Last Updated- April 01, 2023 | 12:05 AM IST
Six steps to improve your credit or CIBIL score, check steps below

भारत का चालू खाते का घाटा (CAD) दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही में क्रमिक आधार पर घटकर 18.2 अरब डॉलर रह गया है। यह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 2.2 प्रतिशत है। इसके पहले वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा 30.9 अरब डॉलर था, जो GDP का 3.7 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा 22.2 अरब डॉलर था, जो GDP का 2.7 प्रतिशत है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में सीएडी में आई कमी की वजह वाणिज्यिक व्यापार घाटे में कमी है, जो वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही के 78.3 अरब डॉलर से घटकर 72.7 अरब डॉलर रह गया है। सेवा क्षेत्र में तेजी और निजी हस्तांतरण से हुई प्राप्तियों से फायदा हुआ है।

इक्रा में रिसर्च ऐंड आउटरीच की हेड और मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में चालू खाते के घाटे में कमी के बाद तीसरी तिमाही में इसमें गिरावट उम्मीद की तुलना में बहुत नीचे है।’ वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में अनुमान घटाकर 36.4 अरब डॉलर (GDP का 4.4 प्रतिशत) कर दिया गया था।

निजी हस्तांतरण से होने वाली प्राप्तियां, जिसमें विदेश में काम कर रहे भारतीयों द्वारा भेजा गया धन मुख्य रूप से शामिल होता है, 30.8 अरब डॉलर रही है, जिसमें एक साल पहले की तुलना में 31.7 प्रतिशत वृद्धि हुई है।

वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में रिजर्व में भुगतान संतुलन (बीओपी) की स्थिति बढ़कर 11.1 अरब डॉलर हो गई है, जबकि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में यह महज 0.5 अरब डॉलर थी।

First Published - March 31, 2023 | 9:55 PM IST

संबंधित पोस्ट